लुधियाना-अमृतसर : गुरूओं के नाम से बसते पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में पिछले 2 हफतों के दौरान दर्जनों गबरूओं की मौतों से विचलित सिखों की धाॢमक सर्वोच्च संस्था श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने नशो के मुददे को गंभीर मानते हुए कहा कि यह दुखदाई और चिंता का विषय है कि हर रोज नौजवानों की नशों के कारण मौत हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह नशों के सौदागरों के विरूद्ध कार्यवाही नहीं करते तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह को कार्यवाही करनी चाहिए। सिंह साहिब जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने नशों को बेचने वालों के खिलाफ नुकेल कसने की बात करते हुए कहा कि सरकार के पास उन सौदागरों की निशानदेही है जो नशा बेचते है या नशे बिकवाते है। जत्थेदार ने यह भी स्पष्ट किया कि जब बाढ़ ही खेत को खाने लगे तो फिर कोई बड़े नुकसान को कैसे रोक सकता है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह को उन्होंने कहा कि नशों को बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएं जो लोग इसके लिए जिम्मेदार है, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही के हुकम दिए जाने चाहिए।
स्मरण रहे कि पंजाब में हो रही ऐसी मौतों के पश्चात मृतकों के परिवारों की दयनीय स्थिति के कारण सरकार की सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया में जमकर निंदा हो रही है। ऐसे हालात में सरकार की नियत पर सवालिया निशान उठने लाजिमी है। हालांकि विधानसभा चुनावों से पहले कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने बठिण्डा की सार्वजनिक रैली में पावन गुटका साहिब को हाथ में लेते हुए शपथ उठाई थी कि अगर उनकी सरकार पंजाब में काबिज होती है, तो वह 4 हफतों के अंदर-अंदर पंजाब से नशा मुक्त कर देंगे। उन्होंने नशों के सौदागर को जेल की संखीचो के पीछे डालने का आश्वासन दिया था।
अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन ङ्क्षसह ने यह भी कहा कि नशों में गर्त हो चुकी नौजवानी को बचाने के लिए उनके परिवारों को हौसला देने के लिए सरकार जल्द कदम उठाएं। उन्होंने जोधपुर में कैद रहे सिखों को मुआवजा देने पर पंजाब सरकार की प्रशंसा भी की।
– सुनीलराय कामरेड