लुधियाना : सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि कमेटी ने प्रथम पातशाही श्री गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के धार्मिक समागम की शुरूआत डेरा बाबा नानक स्थित भारत-पाकिस्तान सीमा पर करतारपुर साहिब के रास्ते दर्शन स्थान से करने का ऐलान किया है। आज चुनिंदा मीडिया से रूबरू होते हुए शिरोमणि कमेटी प्रधान जत्थेदार भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा कि इस संबंध में अति आवश्यक परवानगी के लिए कार्यवाही आरंभ हो जाएंगी। इन समागमों की शुरूआत 10 और 11 नवंबर को भारत-पाकिस्तान सरहद पर बसे इतिहासिक गुरूद्वारा श्री दरबार साहिब, डेरा बाबा नानक में होंगी। इस दौरान गु्ररूद्वारा साहिब में सुंदर और आकर्षक दीपमाला की जाएंगी और आतिशबाजी का भी कार्यक्रम होंगा। इस के लिए स्थान व जगह आदि का चुनाव करने लोंगोवाल , दिल्ली कमेटी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके व अन्य अधिकारियों के साथ डेरा बाबा नानक के दौरे पर भी गए।
एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की सरकारों को मैमोरंडम आफ अंडरस्टेंडिंग के तहत करतार पुर लांघा (रास्ता) खोल देना चाहिए। अगर दोनों सरकारें इस पर सहमत होती है तो एसजीपीसी रावी दरिया के उपर पुल बनाने , रास्ते के लिए गेट , सडके बनाने व वहां की साफ सफाई आदि का खर्च खुद उठाने को तैयार है। श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के कार्यक्रमों की शुरूआत भारत पाक सीमा के पास करतारपुरा लांघा वाले स्थान से ही एसजीपीसी और दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी की ओर से सांझे रूप में की जाएगी।
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लोगोंवाल ने कहा कि भारत सरकार को भी चाहिए कि डेराबाबा नानक के पास दस व 11 नवंबर को गुरुद्वारा करतारपुर के दर्शनों के लिए भारत सरकार बडी रेंज की दूरबनों की व्यवस्था श्रद्धालुओं के लिए करे। पाकिस्तान सरकार से भी वह अपील करते है कि डेरा बाबा नानक के पास पाक सीमा की तरफ बडे स्तर पर फैल चुके सरकंडा को भी पाक सरकार कटवाए ताकि श्रद्धालुओं को दर्शना के लिए कोई मुकिश्ल न आए। इस दौरान एसजीपीसी और श्रद्धालु सामूहिक रूप में अरदास भी करेंगे।
इस दौरान दिल्ली कमेटी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके,एसजीपीसी के भगवंत सिंह सियालका, खुशवर्ष सिहं पन्नू, मंजीत सिंह , परमजीत सिंह राणा, कुलमोहन सिंह, बलविंदर सिंह जौड़ासिंघा, गुरनाम सिंह , बाबा सुखदीप सिह बेदी , गुरदेव सिंह आदि भी मौजूद थे।