लुधियाना-मोगा : हाल ही में हुई एशियन खेलों में गोला फेंकने के मुकाबले में सोने का तमगा जीत कर बाप की हथेली पर रखने की हसरत करने वाले पंजाब के खिलाड़ी तजिंद्रपाल सिंह तूर की हार्दिक इच्छा पूरी नहीं हो सकी। उनके पिता स. कर्म सिंह तूर का केंसर की बीमारी के कारण देहांत हो गया। मोगा जिले के गांव खोसा पांडे के रहने वाले स. कर्म सिंह पूर्व सैनिक थे। उनका लंबे वक्त से चंडी मंदिर स्थित सैनिक अस्पताल में इलाज चल रहा था। जहां एशियन खेलों में भारत के लिए तमगा जीतकर आएं भारतीय खिलाडिय़ों के घरों में खुशियां मनाई जा रही है, वही तजिंद्रपाल तूर के घर पिता की मौत के कारण शोक की लहर दौड़ गई।
तजिंद्र के पिता का मृत शरीर गांव सिंगावाल के देहघर में रखा गया है और उनका अंतिम संस्कार तजिंद्र की दादी जो विदेश में है, के आने पर किया जाएंगा। स्मरण रहे कि तजिंद्र के पिता कर्मसिंह रस्साकशी के सफल खिलाड़ी थे और उन्होंने तजिंद्र का पथ दर्शन करते हुए उन्हें व्यक्तिगत खेल शॉपुट की तरफ प्रेरित किया था।
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पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरजीत सिंह सोड़ी और भारतीय एथलीटक्स टीम के मुख्य कोच बहादुर सिंह चौहान ने स. क र्म सिंह तूर की बेवक्त मौत पर दुख का प्रकटावा किया है। अब कर्मसिंह का अंतिम संस्कार 6 सितंबर को होगा। 5 दिन पहले ही वह मोहाली में पुन: भर्ती हुए थे।
सूत्रों के मुताबिक वे अपने पिता के मौत की खबर सुनकर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं मिलेंगे, वे अपने रिहायशी स्थल पहुंच रहे है। हालांकि तजिंद्रपाल सिंह ने भी 6 सितंबर को अपने गांव वापिस आना था, जहां उसका धूमधाम से स्वागत किया जाना था।