सिख कोम के सर्वोच्च स्थान श्री अकाल तख्त साहिब पर आज सिंह साहिबान द्वारा महरूम संत बाबा सुच्चा सिंह जवददी टकसाल को गुरूमति संगीत के क्षेत्र में दिए गए योगदान के लिए ‘शिरोमणि गुरूमति संगीत प्रचारक’ की उपाधि से नवाजा गया। यह सम्मान संत अमीर सिंह जवददी टकसाल ने प्राप्त किया। आज स्वरूप सिंह जी को सम्मानित किए जाना था परंतु इस का भी कोई जिक्र तक नहीं किया गया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक श्री अकाल तख्त साहिब पर विशेष गुरमती समागम सजाया गया, जिसमें सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के हजूरी रागी भाई बलविंद्र सिंह ने गुरबाणी कीर्तन किया और अरदास भाई सुलतान सिंह ने की।
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पावन हुकमनामे के उपरांत श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने संत बाबा सच्चा सिंह का सम्मान जवददी टकसाल के मौजूदा मुखी बाबा अमीर सिंह को दिया। सम्मान में गुरू बख्शीश सिरौपा, लोई बाबा, श्री साहिब ओर विशेष तौर पर तैयार की गई तशतरी स. अमीर सिंह को प्रदान की गई।
इस अवसर पर दरबार साहिब के मुख्य ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी जगतार सिंह एसजीपीसी अध्यक्ष प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख्त श्री पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह और सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के ग्रंथी मलकीत सिंह विशेष तौर पर मोजूद रहे।
सम्मान समारेाह के दौरान एसजीपीसी प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने संत बाबा सुचा सिंह द्वारा गुरमति संगीत के क्षेत्र में किए गए येागदान की प्रशंसा की और कहा कि बाबा सुचा सिंह ने अनेक रागी पैदा किए।
– सुनीलराय कामरेड