लुधियाना-फरीदकोट : बेअदबी रिपोर्ट पर बादल परिवार दिन-प्रतिदिन घिरता ही जा रहा है। पंजाब सरकार के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आज 3 साल पहले कोटकपूरा में पुलिस द्वारा निहत्थी संगत पर किए गए लाठीचार्ज और फायरिंग संबंधित बड़े खुलासे किए है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कोटकपूरा धरने की एक वीडियो भी दिखाई। इस वीडियो के संबंध में सिद्धू ने कहा कि बेअदबी के उपरांत रोष स्वरूप संगत शांति पूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रही थी।
इस दौरान उन पर पंजाब पुलिस ने गोलियां चलाई और पानी की तेज बौछारे भी की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि इन सभी घटनाओं के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल औ डीजीपी सुमेध सिंह सैनी का हाथ है क्योंकि रिपोर्ट के मुताबिक उक्त दोनों के मध्य रात 3 बजे तक बातचीत हुई थी। इस अवसर पर उन्होंने बेअदबी मामले संबंधित जस्टिस रंजीत सिंह कमीशन की विधानसभा में सार्वजनिक रिपोर्ट की भी प्रशंसा की और साथ ही शिरोमणि अकाली दल को घेरते हुए कहा कि उनको पंजाब विधानसभा में इसका सामना करना चाहिए था, परंतु वे वहां से भाग निकले।
बादल भगोड़े, इसलिए उनका घर से निकलना हुआ मुश्किल – सिद्धू
पंजाब के कैबनिट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ जबरदस्त मोर्चा खोल रखा है। सिद्ध ने पंजाब पुलिस को शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे सिखों पर की गई पुलिस कार्यवाई की सीसीटीवी फुटेज वीडियो जारी कर पंजाब की राजनीति में एक बार फिर उबाल ला दिया है। सिद्धू ने वीडियों के सीन दिखा कर पुलिस दवारा की गई सारी कार्यवाई को डिटेल में बताया।
उन्होनें कहा कि सिख धरनाकारियों पर पुलिस दवारा बिना किसी उकसावे के कार्यवाई की गई। सिद्धू ने कहा कि इस वीडियो में साफ नजर आ रहा कि कि कैसे पुलिस ने शांति से बैठी सिख संगतों पर पहले लाठीचार्ज किया व उन्हे दौड़ा दौड़ा कर पीटा जिस के बाद वह पर टीयर गैस के गोले फेंके गए। पुलिस पंथप्रीत सिंह को घसीटते हुए ले गई। फिर वहां पर पुलिस ने गोली चला दी व वहां भगदड़ मच गई। उन्होनें कहा कि बुर्ज जवाहर सिंह वाला से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का सरुप चोरी कर उस के अंग बिखेर दिए थे। जिस के बाद दोषियों के खिलाफ कार्यवाई करने की मांग ले कर थे। जिन पर पुलिस ने बिना किसी उकसावे के कार्यवाई शुरु कर दी। पुलिस वालों ने सिखों की दस्तारे उतारी व उन को बालों से पकड़ कर घसीटा। सारी कार्यवाई शुरु होने के बाद हालांकि कुछ समय के लिए पुलिस का मुकाबला करने की कोशिश भी की गई।
सिद्ध ने कहा कि सारी कार्यवाई व गोली चला रहे पुलिस वाले वीडियो में साफ नजर आ रहे है। पर प्रकाश सिंह बादल कह रहे है कि मैनें गोली चलाने के हुकम नहीं दिए। उन्होने कहा कि डीजीपी ने कहा था कि हम 10 मिनट में शहर खाली करवा देंगे। उन्होनें कहा कि आधी रात के समय अस्पताल के डाकटरों को एमरजेंसी के लिए अर्लट कर दिया गया था। सिद्धू ने सवाल किया तो कया ये कार्यवाई पहले से ही तय थी? उन्होनें कहा कि यह वीडियों जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट के साथ अटैच है। इस की कापी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास है।
सिद्धू ने कहा कि पंजाब में कई बड़े बड़े धरने प्रर्दशन होते रहे व काफी हिंसा भी हुए पर पुलिस कहीं भी गोलीबारी नहीं की पर शातिंपूर्ण बैठे सिखों पर सख्त कार्यवाई की व गोली भी चलाई। सिद्धू ने कहा कि बादल को इस सभी चीजों का जवाब देना पड़ेगा। उन्होनें कहा कि कैप्टन अमरिंजर सिंह व जस्टिस रणजीत सिंह ने सभी को बेनकाव किया है व अंधेरे को उजाले में बदल दिया है। उन्होनें कहा कि बादल पिता पुत्रों को गिरफ्तार कर उन को सजा दिलाई जानी चाहिए।
नवजोत सिंह सिद्धू कल पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद सुनील जाखड़ समेत 5 मंत्रियों के साथ गांव बुर्ज जवाहर सिंह वाला स्थित गुरूद्वारा साहिब में पहुंचे थे, जहां से श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप चोरी हुए थे। सिद्धू पंजग्राही खुर्द के उन 2 सिख नौजवान भाईयों से भी मिले, जिन्हें बादल सरकार के वक्त बेअदबी के आरोपों में पकड़ा गया। सबूत ना मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया था। सिद्धू ने यह भी कहा कि अकाली दल के नेताओं का असली चेहरा सामने आ चुका है।