कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा जस्टिस रंजीत कमीशन की सिफारिशों पर कार्यवाही करते हुए बेअदबी कांड के बाद शांतमयी धरने पर बैठे सिख संगत पर बहिबल कलां में किए गए पुलिस अत्याचार की जांच जहां सीबीआई के हवाले करने की घोषणा हुई है वही शहीद परिवारों को 1-1 करोड़ रूपए के मुआवजे और घायलों को लाखों रूपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा ने पीडि़त परिवारों के वारिसों के जख्मों पर मरहम लगाने का काम किया है। वही उन्हें आज भी आस है कि गोली चलवाने वाले पुलिस अधिकारियों को जल्द सजा मिलेंगी।
चुनिंदा पत्रकारों की टीम के साथ पुलिस की गोली में शहीद होने वाले किशन भगवान सिंह नियामीवाला और गुरजीत सिंह सरावा के परिवारिक सदस्यों ने बातचीत के दौरान कैप्टन अमरेंद्र सिंह का धन्यवाद किया और कहा कि चाहे इस कांड में उनका बहुत नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई तमाम जिंदगी नहीं हो सकेंगी। उनके जख्म उस दिन भरेंगे, जब दोषियों को सजा मिलेंगी।
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किशन सिंह के पिता महिंद्र सिंह, पत्नी वीरपाल कौर और बेटी अमृतपाल कौर समेत बेटे सुखराज सिंह और प्रभदीप सिंह के आंसु आज भी छलक पड़ते है। जबकि गुरजीत सिंह सरावा के पिता साधु सिंह, माता अमरजीत कौर और भाई जगदीप सिंह ने दोहराया कि गुरू गं्रथ साहिब जी सभी के सांझे रहिबर होने के बावजूद जिन समाज विरोधी तत्वों ने स्वरूपों की बेअदबी की, उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने माना कि सीबीआई की जांच के बाद उन्हें इंसाफ मिलने की पूरी आस है।