लुधियाना- अमृतसर : शिरोमणि अकाली दल और टकसाली नेताओं की नाराजगी का भरपूर फायदा जत्थेदार गोबिंद सिंह लोगोंवाल को मिला। पार्टी में मची सियासी उलझन के बीच शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने एक बार फिर एसजीपीसी के सदस्यों से पूर्ण अधिकार लेते हुए लोगोंवाल पर भरोसा जताया और एक बार फिर उनके सिर पर पंथक ताज सजा दिया।
हालांकि दूसरी बार प्रधान बनने वाले गोबिंद सिंह लोंगोवाल इससे पहले 3 बार विधानसभा चुनावों का सामना कर चुके है। आज अमृतसर स्थित एसजीपीसी मुख्यालय तेजा सिंह समुद्री हाल में हुए जनरल इजलास के दौरान भाई गोबिंद सिंह लोगोंवाल को फिर से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का 43 वां प्रधान चुन लिया गया। वहीं, रघुजीत सिंह विर्क को सीनियर वाइस-प्रेजीडेंट, बिकर सिंह चानो को जूनियर प्रेजीडेंट और गुरबचन सिंह करमूवाल को महासचिव चुना गया।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जनरल इजलास के दौरान एसजीपीसी के सदस्यों ने सर्व समिति से गोबिंद सिंह लोंगोवाल को दूसरी बार एसजीपीसी का अध्यक्ष चुन लिया। इस चुनाव प्रक्रिया के दौरान एसजीपीसी के 153 सदस्यों ने हिस्सा लिया। लोगोंवाल का चुनाव एसजीपीसी के सदस्यों बलविंदर सिंह बैंस और महिंदर सिंह हुसैनपुरा की ओर से नारेबाजी के दौरान हुआ। यह दोनों सदस्य श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बेअदबी करवाने वालों के खिलाफ नारेबाजी करवाते हुए हाउस का बायकाट करके चले गए।
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इजलास के अंत में जब एसजीपीसी की सदस्य बीबी किरणजोत कौर सिख इतिहासकार डा कृपाल सिंह के खिलाफ एसजीपीसी की ओर से गई गई कार्रवाई के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने लगी तो वहां मौजूद एसजीपीसी सदस्यों की ओर से बीबी किरणजोत के हाथों में माइक छीन का बंद कर दिया। बीबी किरणजोत कौर बोल रही थी तो अनंद साहिब का पाठ शुरू कर दिया गया इस दौरान बीबी किरणजोत कौर भी इजलास का बायक काट करे चली गई।
किरणजोत कौर हाउस से बाहर जाकर जैसे ही मीडिया से बात करने लगी तो अकाली नेता हरी सिंह जीरा के पुत्र अवतार सिंह की ओर से मीडिया कर्मियों के साथ धक्कामुखी की गई इस के बाद जीरा समर्थकों और मीडिया कर्मियों में हाथापाई भी हुई। बीबी किरणजोत कौर अपना पूरा ब्यान दिए ही वहां से चली गई।
बाद दोपहर करीब एक बजे इजलास अरदास के साथ तेजा सिंह समुद्री हाल में शुरू हुआ। तख्त केसगढ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह अरदास की और हुकमनामा श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगातर सिंह की ओर से लिया गया। एसजीपीसी के मुख्य सचिव डा रूप सिंह ने इजलास की कार्रवाई शुरू की और गोबिंद सिंह लोगोवाल ने सदस्यों से अध्यक्ष पद के लिए नाम पेश करने की हाउस से अपील की।
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एसजीपीसी की पूर्व अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने अध्यक्ष पद के लिए गोबिंद सिंह लोंगोवाल का नाम पेश किया। इस नाम का समर्थन एसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड़ और अलविंदर पाल सिंह पाखोके ने किया। मक्कड़ लोंगोवाल का नाम पेश करने के बाद हाउस से चले गए। अध्यक्ष पद के लिए कोई और नाम पेश न होने के कारण हाउस में मौजूद सदस्यो ने जैकारे लगाते हुए सर्व समिति से लोगोंवाल को एसजीपीसी का दूसरी बार अध्यक्ष चुन लिया।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए गुरमेल सिंह संगपुरा ने रघुजीत सिंह विर्क का नाम पेश किया। जिस का समर्थन गुरिंदरपाल सिंह गोरा और नवतेज सिंह काउनी ने किया। सर्व समिति से रघुजीत सिंह विर्क को दोबारा वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुन लिया गया। जूनियर उपाध्यक्ष के लिए बिक्कर सिंह चन्नो का नाम गुरप्रीत सिंह झब्बर की ओर से पेश किया। जिस का समर्थन गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने की । इसी तरह महासचिव के पद के लिए गुरबचन सिंह कर्मूवाल का नाम भाई मंजीत सिंह की ओर से पेश किया गया। जिस का समर्थन गुरमेल सिंह संगतपुरा और प्रीतम सिंह मलसियां की ओर से किया गया।
सर्वसमिति से कर्मूवाल को दूसरी बार महासचिव चुन लिया गया। इस के बाद लोगोंवाल ने बीबी जगीर कौर को एसजीपीसी की कार्यकारिणी के लिए 11 सदस्यों के नाम पेश करने के लिए कहा। बीबी जगीर कौर ने कार्यकारिणी के लिए बाबा गुरमीत सिंह त्रिलोकीवाला, भाई मंजीत सिंह , अमरीक सिंह विछोया, खुशविंदर सिंह भाटिया, शिंगारा सिंह लोहियां, जरनैल सिंह करतारपुर, तारा सिहं सल्ल, भूपिंदर सिंह पहलवान , अमरीक सिंह कोट शमीर , बीबी जसबीर कौर जफरवाल और जगजीत सिंह तलवंडी के नाम पेश किए गए। जिस को हाउस में शामिल सभी सदस्यों की ओर से सर्वसमिति से चुन लिया गया। इन सदस्यों के नामों का समर्थन गुरिंदरपाल सिंह गोरा और सुरजीत सिंह भिट्टेवड्ड की ओर से किया गया।
इस इजालस के दौरान 153 सदस्य शामिल हुए। सभी पदाधिकारियों के चुनावों के बाद किसी भी अन्य सदस्य का नाम पेश न हुआ जिस के चलते इस बार बिना किसी बडे विरोध के पहले से ही तय किए गए सभी पदाधिकारियों का सर्वसमिति से चुनाव कर लिया गया। इस बार विपक्ष की ओर से पहले ही इजलास का बायकाट किया हुआ था। इस लिए विपक्ष की ओर से कोई भी नाम किसी भी पद के लिए चुनावों के दौरान पेश नहीं किया। क्योंकि एसजीपीसी में विपक्ष के नेता सुखदेव सिंह भौर ने एक दिन पहले ही एलान कर दिया था कि उनके समर्थक इस बार किसी भी तरह से किसी भी पद के लिए अपने किसी उम्मीदवार का नाम पेश नहीं करेंगे।
इजलास के दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह , तख्त केसगढ साहिब कि जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, तख्त पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह , श्री अकाल तख्त साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी मलकीत सिंह आदि भी मौजूद थे।
– सुनीलराय कामरेड