अजमेर : सरकार द्वारा आमजन को राहत देने के लिए लगाए जा रहे जन कल्याण शिविर पहले दिन सफल साबित नहीं हुए। वार्ड संख्या 1,2 और 56 के लिए आनासागर विश्राम स्थली पर लगे कैम्प में आमजन को कोई राहत नहीं मिल सकी। कच्ची बस्ती में रहने वाले बाशिन्दे पट्टों की आस में जब कैम्प में पहुंचे तो वहां उन्हें निराशा हाथ लगी। इससे शुब्ध होकर लोगों ने नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया।
तीन वार्डो के लिए लगाए गए शिविर में निगम व एडीए के आला अधिकारी तो मौके पर पहुंच गए लेकिन निचले अधिकारी दोपहर 12 बजे तक कैम्प में आए। इसकी वजह से कैम्प में आने वाले परिवादी जानकारी के लिए भटकते रहे। वार्ड संख्या 2 के पार्षद मनोज बैरवा ने कैम्प की जानकारी समय पर नहीं देने का आरोप लगाया और उनके वार्ड में आने वाली कच्ची बस्तियों में रहने वाले लोगों को पट्टे जारी नहीं करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि कैम्प में संबंधित अधिकारी तो मौजूद है लेकिन तहसीलदार स्तर के अधिकारी नदारद हैं।
प्राधिकरण ने जारी किए दो पट्टे : अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा ने बुधवार को विश्राम स्थली पर आयोजित जन कल्याण शिविर के पहले दिन मौके पर दो पट्टे जारी करके लोगों की समस्या निस्तारण की शुरुआत की। शिविर में हेड़ा ने बताया कि पहले दिन प्राधिकरण के समक्ष 45 आवेदन आए, जिसमें से 22 मामले कृषि भूमि के थे। हेड़ा ने बुधवार दोपहर शिविर पहुंचकर लोगों की समस्याओं की जानकारी ली तथा अधिकारियों से कई मामलों पर चर्चा करके मामलों के निस्तारण के निर्देश दिए। ।
पुष्कर संवाददाता अजय सिंह सिसोदिया के अनुसार मुख्यमंत्री शहरी जनकल्याण योजना के तहत बुधवार को पुष्कर में लगाए गए शहरी जनकल्याण शिविर में पहले ही दिन एक ओर जहां आम लोगों ने शिविर से दूरी बनाए रखी, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक नुमाइंदों की भी कमी खली। पुराने कोर्ट भवन में वार्ड 1 और 20 में रहने वाले लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए लगाए गए शिविर तक आम लोग नहीं पहुंच पाए। शिविर में लगाई गई कुर्सियां इंतजार में खाली पड़ी रही। सुबह-सुबह ही शिविर में सन्नाटा दिखाई दिया। वहीं नगर पालिका सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी समय पर नहीं पहुंचे। केवल नवनियुक्त अधिशासी अधिकारी अभिषेक गहलोत ही लोगों की समस्याएं सुनते नजर आए। शिविर 7 जुलाई तक पुष्कर के अलग-अलग स्थानों पर जारी रहेंगे।
– नवाब हिदायतउल्ला