एक के बाद एक चुनाव में मिल रही हार से पस्त पड़ी कांग्रेस ने आज यानी शुक्रवार को अपना तीन दिवसीय नवसंकल्प चिंतन शिविर शुरू कर दिया हैं। जिसके जरिए कांग्रेस अपनी संगठनात्मक कमजोरियों पर आत्ममंथन किया। कांग्रेस ने उदयपुर चिंतन शिविर के दौरान संगठन में बदलाव के लिए कुछ बड़े फैसले किए हैं। कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने बताया कि पार्टी एक परिवार, एक टिकट के नियम पर पूरी तरह से एकमत है। उन्होंने सम्मेलन के बाद पार्टी में बड़े संगठनात्मक बदलाव का वादा किया।
कांग्रेस के बड़े प्लान्स
बता दे कि इसके साथ ही उन्होंने नवसंकल्प शिविर में किन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, उसके बारे में भी बताया। हम अपनी इस खास रिपोर्ट में बता रहे हैं कांग्रेस के उन 9 बड़े प्लान्स के बारे में, जिनके भरोसे पार्टी आने वाले विधानसभा चुनावों के साथ 2024 की सत्ता का सपना देख रही है।
माकन ने कहा कि पैनल के सभी सदस्य लगभग पूरी तरह से इस बात पर सहमत हैं कि एक परिवार के एक ही सदस्य को टिकट दिया जाए। परिवार के दूसरे सदस्य को पार्टी तभी टिकट देगी जब उसने संगठन में कम से कम पांच साल काम किया हो. साथ ही पार्टी में अब कोई भी नेता किसी भी पद पर 5 साल से ज़्यादा नहीं रहेगा. अगर ऐसे किसी व्यक्ति को किसी पद पर वापस लाया जाना हो तो उसे कम से कम 3 साल का कूलिंग पीरियड अनिवार्य होगा।
अब बूथ और ब्लॉक के बीच होंगे मंडल
भाजपा की तरह ही अब कांग्रेस में भी मंडलों का गठन किया जाएगा। हर पंद्रह बीस बूथों पर एक मंडल होगा। तीन से चार मंडलों पर एक ब्लॉक का गठन किया जाएगा। इसके गठन के लिए भी एक प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
माकन ने बताया कि अक्सर चुनाव के समय ही हम कुछ प्राइवेट एजेंसी से सर्वे करवाते रहे हैं। लेकिन अब तय किया गया है कि कांग्रेस का इंटरनल पब्लिक इनसाइड डिपार्टमेंट होगा। इस डिपार्टमेंट में शामिल लोग लगातार जनता के बीच फीडबैक लेंगे। जनता किन मुद्दों पर क्या चर्चा कर रही है, उसके आधार पर चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी।
रिवार्ड और सजा का प्लान
माकन ने कहा कि जो कार्यकर्ता अच्छा काम कर रहे हैं, उनको रिवार्ड नहीं दिया जाता है और जो काम नहीं कर रहे हैं या खराब काम कर रहे हैं, उन्हें सजा नहीं मिलती है। इसको लेकर कांग्रेस में असेस्टमेंट विंग बनाने का सुझाव है। यह विंग तय करेगी कि कौन कार्यकर्ता बेहतर काम कर रहा है और उसका क्या रिवॉर्ड देना चाहिए? जो लोग खराब काम या पार्टी के विरोध में काम करेंगे, उन्हें सजा का प्रावधान किया जाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हम पार्टी में अनुशासन को और मजबूत करेंगे। इसके लिए हर स्तर पर अनुशासन कमेटी बनेगी। शिविर में इस पर चर्चा की जाएगी।
युवाओं का मौका
माकन ने बताया कि चिंतन शिविर में जो कमेटियां गठित की गई है, उनमें पचास प्रतिशत लोग 50 साल से कम उम्र के हैं। आगे भी इसको लागू रखा जाएगा।
कोई भी व्यक्ति पांच साल से अिधक किसी एक पद पर नहीं रह सकेगा। इन पदाधिकारियों को अपनी परफार्मेंस देनी होगी। अच्छा काम नहीं करने पर उन्हें तीन साल तक पद से मुक्त रखा जाएगा। पार्टी में काम करने पर आगे मौका दिया जाएगा।
महिलाओं पर फोकस
कांग्रेस युवाओं के साथ महिला वोटर्स पर भी फोकस करने की तैयारी में है। यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी ने प्रियंका गांधी के नेतृत्व में इसी रणनीति पर काम किया था। अब इसे आगे भी लागू रखा जाएगा।