राजस्थान में क्षय रोग रोगियों की सूचनाएं दर्ज कराने के मामले में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह आंकड़ा 2017 में 1.05 लाख था जो 2018 में बढ़कर 1.6 लाख हो गया। राज्य के टीबी अधिकारी डॉ विनोद गर्ग ने यहां एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी।
एक बयान के अनुसार उन्होंने बताया कि संख्या में यह वृद्धि इसलिए हुई है क्योंकि निजी स्वास्थ्य प्रदाताओं को बड़े पैमाने पर इस मुहिम के साथ जोड़ा गया है और राज्य में सक्रिय टीबी के मामलों का पता लगाने के काम में उन्हें शामिल किया गया है।
केंद्र सरकार ने भारत से 2025 तक टीबी उन्मूलन की घोषणा की है। गैर सरकारी संगठन विलियम जे. क्लिंटन फाउंडेशन के प्रतिनिधि डॉ तुषार परमार ने बताया कि ‘जीत’ प्रोग्राम को राज्य के 23 जिलों में लागू किया जा रहा है।