राजस्थान के अलवर में आगामी 29 जनवरी को होने वाले लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रचार की कमान खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने संभाल ली है। भाजपा प्रत्याशी जसवंत सिंह यादव के पक्ष में प्रचार करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर आज यहां पहुंची मुख्यमंत्री ने कई समाजों के प्रतिनिधिमंडलों से मिलकर उनसे नया राजस्थान बनाने के लिए समर्थन मांगा।
मुख्यमंत्री राजे अजमेर से सीधे हेलीकॉप्टर से अलवर पहुंची जहां उनका भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और अलवर के तमाम विधायकों ने उनकी आगवानी की। मुख्यमंत्री उसके बाद शांतिकुंज स्थित एक होटल पहुंची। दोपहर करीब डेढ़ बजे होटल के समीप एक निजी पैलेस में अलवर शहर, अलवर ग्रामीण, रामगढ़ और राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से जनसंवाद किया और भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए रणनीति तय की साथ ही जीत का मंत्र भी दिया।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आज रात को अलवर शहर में ही रुकेंगी उसके बाद कल 22 जनवरी को चार विधानसभा इलाकों के विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों से जनसंवाद करेंगी। जानकार सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री 25 जनवरी को अलवर शहर में रोड शो कर सकती हैं लेकिन इस संबंध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने बताया कि अभी कोई कार्यक्रम तय नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद ही कोई कार्यक्रम तय किया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि बीजेपी का सांसद बनने से एनसीआर द्वारा अलवर जिले को दी गई राशि और राजस्थान सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि से विकास कार्य होंगे। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह जाति आधारित राजनीति करती है जबकि भाजपा विकास की राजनीति करती है।
अलवर लोकसभा चुनाव में पूरे भाजपा संगठन एवं राजस्थान सरकार के मंत्री, पूर्व मंत्री के साथ खुद मुख्यमंत्री के चुनाव प्रचार में उतरने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा एक परिवार है जहां एक दूसरे का सहयोग करते हैं और यह तो जंग है। जंग तो जंग के तरीके से ही लड़ जाती है।
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