नाबालिग से दुष्कर्म मामले में जोधपुर की जेल में बंद आसाराम बापू एक बार फिर मीडिया के सवालों पर एक बार फिर अपना आपा खो बैठे । दरअसल आसाराम से मीडियाकर्मियों द्वारा एक सवाल पूछा गया। जिस पर उन्होंने ये चौंका देने वाला जवाब दिया। मीडियाकर्मियों ने अखाड़ा परिषद द्वारा उन्हें फर्जी बाबाओं की लिस्ट में शामिल करने पर प्रतिक्रिया पूछी थी। इस पर आसाराम ने अपने आप को गधा करार दे दिया। जब दोबारा पूछा कि आपके द्वारा ऐसा कहना उचित है। क्या आप अपने को गधा कह रहे। इसके बाद कहा कि जो सही है तो कहा, मैं क्या जवाब दूं।
लगातार बचाव पक्ष के गवाहों के नहीं आने से और अखाड़ा परिषद द्वारा फर्जी बाबाओं की लिस्ट में आसाराम को बताए जाने पर आसाराम इतने दिन तो चुप्प थे। लेकिन गुरुवार को आखिरकार अपना सब्र खो बैठे एक बार फिर अपने आप को चर्चा में ला दिया है।
आपको बता दे कि नाबालिग से दुष्कर्म मामले में आसाराम बापू को फिलहाल कहीं भी राहत दिखाई नहीं दे रही है । आसाराम की ओर से बुधवार को उच्च न्यायालय में दायर विविध अपराधिक याचिका की सुनवाई एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दी गई। निचली अदालत में बचाव पक्ष के अंग्रेज सिंह की गवाही तो हो चुकी, लेकिन उससे जिरह बाकी है। किसान आंदोलन की वजह से रास्ते बंद होने के कारण अंग्रेज सिंह जोधपुर नहीं पहुंच सका।
उच्च न्यायालय में आरोपी आसाराम बापू के अधिवक्ता एनके बोहरा व गोकुलेश बोहरा की ओर से सीआरपीसी की धारा 482 के तहत विविध अपराधिक याचिका दायर की हुई है। इसमें पिछली सुनवाई में नोटिस जारी कर दिए गए थे, लेकिन इसमें सरकार की ओर से जवाब आना है। याचिका निचली अदालत में अभियोजन पक्ष की ओर से दायर उस मामले को चुनौती देते हुए दायर की गई थी। जिसमें IT Act की धाराओं 353, 355, 384, 117, 189 व 120 B व 66 A IT Act के तहत दायर किया गया था। महानगर मजिस्ट्रेट ने आईटी एक्ट के तहत दायर धाराओं को निरस्त कर शेष धाराओं के तहत मामले की सुनवाई जारी रखने के आदेश दिए थे। इसी को उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई।