राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने कई बड़े भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है जबकि ऐसा देश में कहीं और नहीं हुआ।
हमारा लक्ष्य केवल महंगाई राहत
साथ ही उन्होंने सचिन पायलट के ‘अनशन’ से जुड़े सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि ‘‘हमारा लक्ष्य केवल महंगाई राहत है। मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा पूर्ववर्ती भाजपा नीत सरकार के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग किए जाने के संबंध में सवाल पर कहा, ‘‘आपको मालूम है देश भर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जितने छापे यहां मारे हैं.. यहां चार-पांच आईएएस, आईपीएस सहित कितने लोगों को पकड़ा है, हिन्दुस्तान में ऐसा हुआ है कहीं?
पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप ज्यादा छापे मारते हैं तो नकारात्मक सोच वाले लोग कहेंगे कि यहां बहुत भ्रष्टाचार है इसलिये छापे पड़ रहे हैं। इसका मतलब है कि छापे मारो ही नहीं….. आपको करना ही नहीं है इसका मतलब…. इसलिये यह सोच गलत है। गहलोत ने पायलट के ‘अनशन’ से जुड़े लगभग सभी सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि ‘‘हमारा लक्ष्य महंगाई राहत है और उसके अलावा हमारा ध्यान ना कहीं है और ना कहीं जाता है। गहलोत ने कहा, ‘‘हमने ओपीएस (पुरानी पेंशन व्यवस्था) लागू करने का फैसला लिया है। कई अर्थशास्त्री सरकार के खिलाफ लेख लिख रहे हैं।
2030 के लिए महंगाई राहत शिविरों का रोडमैप तैयार
सामाजिक सुरक्षा पर विचार किया जाना चाहिए। यह भाजपा के खिलाफ लड़ाई नहीं, विचारधारा की लड़ाई है। उन्होंने कहा राजस्थान को देश का अग्रणी राज्य बनाने के मिशन 2030 के लिए महंगाई राहत शिविरों का रोडमैप तैयार कर लिया गया है। पहले चरण में 700 शिविर लगेंगे। प्रदेश में दो महीनों में 2,700 कैंप लगाये जायेंगे।