सुनियोजित रणनीति के साथ राज्यों के साथ एकीकृत कमांड स्ट्रक्चर के आधार पर औपचारिक संवाद की व्यवस्था करना ज्यादा लाभकारी होगा बजाय कि गृह मंत्रालय व केबिनेट सचिवालय के अलग-अलग अधिकारियों द्वारा राज्यों से अनौपचारिक संवाद किया जावे
3/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 25, 2020
ताकि प्रवासी मज़दूरों व छात्रों की समस्या का व्यापक समाधान हो।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 25, 2020
पहले दिन से ही मैं कह रहा हूँ कि देशभर में फंसे प्रवासी श्रमिकों के सुगम आवागमन के लिए रणनीति बनाई जानी चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से उसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है।
2/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 25, 2020
राजस्थान के वे सभी भाई-बहन जो लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं,मेरी उनसे अपील है कृपया संयम एवं धैर्य बनाए रखें। हम आप सभी को वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। आपकी सकुशल वापसी के लिए हम गृह मंत्रालय एवं राज्यों के मुख्यमंत्रियों से लगातार संपर्क में हैं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 25, 2020