राजस्थान के नागौर शहर में बंजारा समुदाय द्वारा किए गए अतिक्रमणों को हटाए जाने के बाद जारी आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को सांसद हनुमान बेनीवाल पर निशाना साधा और उनसे राजस्थान को बख्शने की अपील की।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में गहलोत ने कहा, “मैं अपील करूंगा (सांसद) हनुमान बेनीवाल से कि कृपया करके आप बख्श दीजिये राजस्थान को और नागौर को। उठिये धरने से और जान गंवाने वाले के घर जा कर सहानुभूति जताइये।” गहलोत ने कहा, “एक बेकसूर इंसान इस घटनाक्रम में मर गया, उसकी चिंता आपको नहीं है, लोगों को भड़काने की चिंता है। मैं समझता हूं कि यह परंपरा अच्छी नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि नागौर जिले में बंजारों की ढाणियों में गत रविवार को अतिक्रमण हटाने गये सरकारी अमले पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव और हमले में घायल हुए जेसीबी के चालक फारूख (40) की मौत हो गई। इस मामले में दो विधायकों सहित कई लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच सीआईडी-सीबी को सौंपी गई है। आरएलपी के नेता एवं सांसद हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को वहां महापड़ाव डाल दिया।
एक सवाल के जवाब में गहलोत ने कहा कि बेनीवाल अब विधायक नहीं बल्कि सांसद हैं और उनका व्यवहार भी उसी अनुरूप होना चाहिए। अशोक गहलोत ने कहा, “हनुमान बेनीवाल से मैं कहना चाहूंगा कि अब आप सिर्फ एमएलए नहीं हैं। जब आप एमएलए थे तब आपकी भूमिका अलग थी।”
गहलोत ने कहा, “अब वे माननीय सांसद बन गए हैं उनका व्यवहार उसी तरह होना चाहिए जिससे उनका मान सम्मान बढ़े। उनकी गरिमा बढ़े। बेवजह मुद्दा खड़ा कर सरकार पर दबाव बनाना अच्छी परंपरा नहीं है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “बंजारा समुदाय के अवैध रूप से रह रहे लोगों को उच्च न्यायालय के आदेश पर हटाने की कार्रवाई हुई। इस घटना में अतिक्रमण हटाने गया एक चालक मारा गया। आप धरना दे रहे हैं कि अतिक्रमण हटाने आए लोगों को खिलाफ कार्रवाई करें। यह एक सांसद को शोभा नहीं देता। जिस आदमी ने लोकसभा में संविधान की शपथ ली हो उसे संविधान की मूल भावना के अनुरूप काम करना चाहिए।”