मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को देश से माफी मांगनी चाहिए कि वे महात्मा गांधी को पहचान नहीं पाए। गहलोत का मानना है महात्मा गांधी के बिना देश और दुनिया का काम नहीं चल सकता।
गहलोत महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष के अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विशेष अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “आजादी के बाद आज देश जिस स्थिति से गुजर रहा है वह एक चिंता का विषय है। लोकतंत्र खतरे में है पूरे देश में भय, डर, हिंसा का माहौल है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरएसएस और भाजपा तथा उसके नेताओं को भी आज महात्मा गांधी का नाम लेना पड़ रहा है जो कि गांधी के, कांग्रेस के विचारों की विजय है। उन्होंने कहा, “आरएसएस, भाजपा तथा उनके नेताओं का गांधी का नाम लेना हमारी नीतियों, कार्यक्रमों और सिंद्वातों की विजय है।”
भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “मैं उन लोगों को कहना चाहूंगा कि खाली जबान से नाम लेने से काम नहीं चलेगा। आपके दिल में क्या है, दिमाग में क्या है वह स्पष्ट करो। अगर दिल और दिमाग ने यह महसूस किया है कि हमने गलती की.. हम आजादी से पहले गांधी को पहचान नहीं पाये.. जब हम लोग मुखबरी करते थे अंग्रेजों के साथ.. स्वतंत्रता सेनानियों को फंसाते थे।”
उन्होंने कहा, “मोदी और आरएसएस को देश से माफी मांगनी चाहिए कि हम महात्मा गांधी को पहचान नहीं पाये थे। बिना महात्मा गांधी के देश और दुनिया का काम नहीं चल सकता है। उन्होंने कहा, “आज देश और दुनिया में अशांति का माहौल है, हिंसा का माहौल है। देश में 2014 के बाद जैसा माहौल बना वह आप सभी के सामने है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 70 साल तक देश में लोकतंत्र कायम रखा और यह कांग्रेस के लोकतंत्र को मजबूत करने का ही नतीजा है कि पूरे विश्व में आज देश का मान एवं सम्मान है।