तालिबानी नृशंसता की तरह कन्हैयालाल का कत्ले करने वाले दोनों आतंकियों के बारे में बड़ा खुलासा किया गया हैं। एनआईए ने अपनी जांच में ऐसा खुलासा किया हैं जिसको सुन हर किसी व्यक्ति की आंखे खुली रह जाएगी, गौस मोहम्मद ने पाकिस्तान जाकर कराची स्थित जिहादी इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी के आतंकी कैंप में ट्रेनिंग ली थी। बताया जा रहा हैं कि विभिन्न आरोपियों ने लगातार विदेश यात्राएं की थीं। गौस मोहम्मद जिसने रियाज अख्तरी के साथ कन्हैया लाल का सिर कलम किया था, उसे दावत-ए-इस्लामी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने 2014 में पाकिस्तान बुलाया था। रियाज अख्तरी आम तौर पर बीजेपी नेताओं से संपर्क बढ़ा रहा था जांच से यह भी पता चला है कि दावत-ए-इस्लामी के नेता इलियास अत्तर कादरी का अनुयायी रियाज अख्तरी मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेताओं के संपर्क बढ़ाने पर लगा हुआ था। लेकिन जब से उदयपुर का घटना घटी हैं उसके बाद से ही अत्तर कादरी अपने किराये वाले घर से फरार हैं।
इस्लामिक सुन्नी सुन्नत का दुनिया में प्रचार प्रसार करता हैं जिहादी इस्लामिक संगठन
कराची स्थित दावत-ए-इस्लामी का उद्देश्य विश्व स्तर पर शरिया की वकालत करने के उद्देश्य से कुरान और सुन्नत की शिक्षाओं का प्रसार करना है। पाकिस्तान में इसकी बहुत बड़ी तादाद है और यह इस्लामिक देश में ईशनिंदा कानून का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। जांच अधिकारियों के मुताबिक, गौस मोहम्मद 40 दिनों तक कराची में रहा। वह 2013 और 2019 में उमराह के लिए सऊदी अरब गया था। अन्य आरोपी भी सऊदी अरब समेत विदेश यात्रा कर चुके हैं।
पूछताछ में बीजेपी नेताओं पर हमले के बारे नही बोल पाया आतंकी रियाज
जब एनआईए के अधिकारियों ने आतंकी रियाज से बीजेपी नेताओं पर हमला करने की बात पूछी तो उसने कोई जवाब नही दिया। औऱ ना बीजेपी कार्यालय की रेकी क्यों कर रहे थे इस बारे में वह कुछ नही बोल पाया। दिल्ली और राजस्थान के आंतरिक सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, न तो अख्तरी और ना ही गौस मोहम्मद ने बीजेपी नेताओं को निशाना बनाने के लिए अपनी ओर से किसी बड़ी साजिश का खुलासा किया है।