राजस्थान में सीएम पद को लेकर जो भूचाल आया था। अब वो थमने का नाम ले रहा है। अशोक गहलोत ने एक तरह से हाईकमान के सामने हार मार ली है और सीएम पद से हटने के लिए तैयार हो गए है। वही, दूसरी तरफ वो जल्द कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर सकते है। आज अशोक गहलोत सोनिया गांधी से मिलने वाले है, जिसके बाद सारी अटकलों पर अब विराम लग जाएगा।
रुपाणी ने गहलोत पर किया कटाक्ष
वही, कांग्रेस में जो बगावत हुई थी उसपर अब बीजेपी नेताओं ने भी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है। सबसे पहले गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी ने गहलोत पर कटाक्ष किया है और कहा कि उन्हें अपनी पार्टी यानि बीजेपी की तरफ से जब भी कोई जिम्मेदारी मिली है। उन्होंने उसे शिद्दत से निभाया है। खुद से पहले उन्होंने हमेशा से अपने पार्टी के बारे में सोचा है। लेकिन कांग्रेस में ऐसा कुछ नहीं होता है। गहलोत ने पार्टी की नहीं सुनी थी।
विजय रुपाणी ने साल 2021 में दिया था इस्तीफा
बता दें, विजय रुपाणी ने साल 2021 में अचानक से सीएम पद से इस्तीफा दिया था। उनके इस निर्णय से हर कोई हैरान था। बाद में पता चला की उन्हें भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व की तरफ से यह आदेश मिला था, जिसे उन्होंने पूरा किया था। इस बारे में भी रुपाणी ने बताया कि जब उन्हें पार्टी ने इस्तीफे के लिए बोला था, तब उन्हें सामने से कोई सवाल नहीं किया था, बल्कि चुपचाप अपना इस्तीफा दे दिया था। क्योंकि वो पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता है।
भारतीय जनता पार्टी के सभी नेता है एकजुट
इसी के साथ रुपाणी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी में हमेशा से एकता रही है। पार्टी के नेता – कार्यकर्ता नेतृत्व के साथ मजबूती के साथ खड़े है, जबकि कांग्रेस में ऐसा कुछ नहीं है। उनके बीच तालमेल नहीं है। कांग्रेस अपना रुतबा खो रही है। कई वरिष्ठ नेता पार्टी नेतृत्व से अलग विचार रखते है। पार्टी बिखरती जा रही है।