राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कांग्रेस सरकार पर कानून व्यवस्था की बदहाली, बढ़ती बेरोजगारी, किसानों से कर्जमाफी के नाम पर वादाखिलाफी, बिजली-पानी के बिलों में भारी बढ़ोतरी का आरोप लगाते हुए कहा है कि तीन विधानसभा उपचुनाव में जनता इनके खिलाफ कांग्रेस सरकार को सबक सिखायेगी। डॉ. पूनिया ने उपचुनाव के एक दिन पहले अपने बयान में कहा कि पूरे चुनाव प्रचार में भाजपा के प्रति जनता का उत्साह और समर्थन देखने को मिला, कांग्रेस के तमाम षड़यंत्रों और दुष्प्रचार के बावजूद लोग भाजपा पर विश्वास जताते हुए नजर आये।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मंत्री सरकार के ढ़ई साल के बाद भी खाली हाथ जनता के बीच गये, अपनी सरकार की एक भी उपलब्धि को जनता के बीच प्रमाणित नहीं कर पाये। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करने का आक्रोश भी जनता में साफ दिख रहा है। किसान अपने कर्ज की माफी, युवा बेरोजगार नौकरी, संविदाकर्मी नियमितीकरण, जनता बिजली-पानी के बिलों में राहत, एवं प्रदेश की माताएं-बहनें उनके खिलाफ रोज घटित हो रही घटनाओं पर लगाम लगाने का इंतजार कर रही है पर सरकार असंवेदनशील होकर जनता को केवल परेशान होते देख रही है, इसलिए अब इन तीनों उपचुनावों में जनता कांग्रेस को सबक सिखायेगी।
सतीश पूनिया ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए उनकी लापरवाही से राज्य में कोरोना बेकाबू हो गया है। केंद्र की मोदी सरकार कोरोना के टीके से लेकर दवाईयों तक की मदद राज्य सरकार को कर रही है, लेकिन मुख्यमंत्री और सरकार के स्तर पर इस महामारी से जनता को बचाने के लिए किसी भी तरह के प्रभावी इंतजाम नहीं किये गये हैं। सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्थाओं का आलम है और निजी अस्पताल जनता को लूट रहे हैं।
मुख्यमंत्री केवल बयानबाजी और अपनी जिम्मेदारी केंद्र पर डालने में मशगूल हैं एवं जिन पर राज्य की चिकित्सा व्यवस्था का जिम्मा हैं, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा अपनी पार्टी को चुनाव जिताने के लिए प्रदेश की जनता को भगवान भरोसे छोड़कर पिछले 2 महीने से सहाड़ में डेरा डालकर बैठे हैं। उन्होंने तीनों विधानसभाओं के मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि वे कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए भारी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करें।