1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की जीत के जश्न में 11 घंटे के अंदर 180 किलोमीटर दौड़े BSF जवान - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध की जीत के जश्न में 11 घंटे के अंदर 180 किलोमीटर दौड़े BSF जवान

बीएसएफ के जवानों ने बॉर्डर पर दौड़ कर 180 किलोमीटर का रास्ता मात्र 11 घंटों में तय कर अनूपगढ़ की कैलाश पोस्ट पर पहुंचे।

भारत-पाकिस्तान 1971 युद्ध के विजय होने के बाद बीएसएफ द्वारा पहली दफा विजय दिवस मनाने के उपलक्ष्य पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके तहत बीएसएफ के जवान बॉर्डर पर तारबंदी के साथ-साथ कच्ची पक्की सड़कों तथा रेत के टीलों के पास दौड़ कर पार करते हुए 180 किलोमीटर का रास्ता मात्र 11 घंटों में तय कर अनूपगढ़ की कैलाश पोस्ट पर पहुंचे।
इस दौड़ में अधिक से अधिक जवानों की भागीदारी हो इसके लिए हर जवान अपनी पूरी ताकत के साथ लगभग 400 से 500 मीटर दौड़ा। इस दौरान कई जवान पेट्रोलिंग भी करते दिखे, कई जवान बैटन को हाथ में लेकर दौडने को लालयित नजर आए। बैटन रिले रेस में करीब 8 सौ पुरुष एवं महिला जवानों ने हिस्सा लिया। जिसमें बीएसएफ के सामान्य जवान से लेकर कमांडेंट तक सभी ने बारी-बारी से बैटन टॉर्च को हाथ में लेकर दौड़ लगाई।

Source : DD News
डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि बॉर्डर की कावेरी पोस्ट (खाजूवाला) से अनूपगढ़ के बीच पूरे रास्ते गहरा कोहरा छाया रहा। इस बीच जवान अपनी नियमित वर्दी में दौड़े। हर कोई हाथ आगे बढ़ाकर बैटन टॉर्च को अपने हाथ में लेने को उत्साहित था। कोहरा इतना ज्यादा था कि 100 मीटर तक कोई नजर नहीं आ रहा था।  
बता दें कि 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत और बांग्लादेश को आजादी मिलने के बाद से हर साल 16 दिसंबर को भारत में विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 3 दिसंबर से शुरू हुए इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान की ऐसी हालत कर दी थी कि उस समय पाकिस्तानी सशस्त्र बल के तत्कालीन प्रमुख जनरल आमिर अब्दुल्लाह खान नियाज़ी ने अपने 93 हजार सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

15 − 2 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।