राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट का नाम लिये बिना बुधवार को दावा किया कि वह सीधे तौर पर भाजपा के साथ विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल थे। उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के प्रमाण हैं कि खरीद फरोख्त की कोशिश हुई है।
गहलोत ने कहा, ‘‘सफाई कौन दे रहे थे.. सफाई वही नेता दे रहे थे जो खुद षडयंत्र में शामिल थे, षडयंत्र का हिस्सा थे। हमारे यहां पर उपमुख्यमंत्री हो, पीसीसी अध्यक्ष हो वह खुद ही अगर डील करें, वे सफाई दे रहे है कि हमारे यहां कोई हार्स ट्रेडिंग नहीं हो रही थी, अरे तुम तो खुद षडयंत्र में शामिल थे, तुम क्या सफाई दे रहे हो ऐसी स्थिति में देश चल रहा है।’’
अच्छी अंग्रेजी बोलना और हैंडसम होना सब कुछ नहीं
गहलोत ने कहा कि अच्छी अंग्रेजी बोलना, अच्छी बाइट देना और हैंडसम होना सब कुछ नहीं है। देश के लिए आपके दिल के अंदर क्या है, आपकी विचारधारा, नीतियां और प्रतिबद्धता क्या है, सब कुछ मायने रखता है। गहलोत ने कहा कि कांग्रेसी बोलने से कुछ नहीं होता है बल्कि देश के लिए कुछ करने का जज्बा होना चहिए। उन्होंने कहा कि “सोने की छुरी पेट में उतारने के लिए नहीं होती है।”
उल्लेखनीय है कि 19 जून को राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से पहले विधायकों को कथित तौर पर प्रलोभन दिए जाने को लेकर कांग्रेस और भाजपा में काफी बयानबाजी हुई थी। मुख्यमंत्री गहलोत ने आरोप लगाया था कि भाजपा कुछ विधायकों को प्रलोभन दे रही है। गहलोत ने राष्ट्रीय मीडिया पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय मीडिया भी उन लोगों का समर्थन कर रहा है जो लोग लोकतंत्र की हत्या और विधायकों की खरीद-फरोख्त (हार्स ट्रेडिंग) में शामिल हैं।