राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आईएनएक्स मीडिया मामले में गिरफ्तार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम से तिहाड़ जेल में मुलाकात की और कहा कि यह मामला राजनीतिक प्रतिशोध की सबसे बड़ी मिसाल है। नरेंद्र मोदी सरकार पर ‘लोकतंत्र की हत्या’ का आरोप लगाते हुए गहलोत ने यह उम्मीद भी जताई कि चिदंबरम जल्द ही जमानत पर बाहर निकलेंगे।
चिदंबरम से गहलोत की मुलाकात के दौरान पूर्व वित्त मंत्री के पुत्र एवं सांसद कार्ति भी उनके साथ थे। करीब आधें घंटे की मुलाकात के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ मैं उम्मीद करता हूं कि जल्दी ही चिदंबरम जी की जमानत होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘45 साल की सेवा करने के बाद उन्हें यह इनाम मिला है। बिना कोई मुकदमे, बिना किसी मामले के, बिना किसी आरोप के उन्हें जेल में डाल दिया गया। जो (इंद्राणी मुखर्जी) अपनी बेटी की हत्या के मामले में जेल में बंद है उसकी गवाही को आधार बनाकर चिदंबरम जी को जेल में बंद कर दिया गया। आप सोच सकते हो कि इस देश में किस प्रकार लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘आज भी उनको चिंता इस देश की है। हम बात कर रहे थे कि मंदी का दौर चल रहा है उसमें क्या हालात होंगे, निर्यात कम हो गया है, कृषि और उद्योगों के बुरे हालात है, और किसानों का क्या होगा। वह आज भी जेल में बैठे-बैठे इन विषयों पर चिंता कर रहे हैं। आप सोच सकते हैं कि जो देशभक्त होगा वही चिंता करेगा कि देश के भविष्य का क्या होगा।’’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘देश के इतिहास में राजनीतिक बदले की भावना का सबसे बड़ा नमूना कोई है तो वह आज यह चिदंबरम जी का जेल में रहना है। कोई हत्या नहीं की है, कोई जुर्म नहीं किया है, बताइए कोई केस नहीं है और आपने उनको बंद कर रखा है।’’ गहलोत ने कहा, ‘‘ पूरा मुल्क देख रहा है और राजग को नतीजे भुगतने पड़ेंगे। इन्होंने नतीजे भुगतना शुरू कर दिया है। अभी हरियाणा और महाराष्ट्र के अंदर ये देखने को मिला है।’’