राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसान एवं कृषि को देश की अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी बताते हुए उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार सर्दी में करीब एक महीने से आंदोलनरत किसानों की पीड़ा को समझेगी और अहंकार छोड़कर नये कृषि कानूनों को वापस लेगी।
किसान एवं कृषि देश की अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी है और उनका उत्थान राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उम्मीद है कि एनडीए सरकार सर्दी के इस समय में 28 दिन से आंदोलनरत किसानों की पीड़ा को समझेगी और अहंकार छोड़कर नये कृषि कानूनों को वापस लेगी। #किसान_हमारा_अभिमान #KisanDiwas— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 23, 2020
गहलोत ने राष्ट्रीय किसान दिवस पर आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि किसान एवं कृषि देश की अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी है और उनका उत्थान राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उम्मीद है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार सर्दी के इस समय में 28 दिन से आंदोलनरत किसानों की पीड़ा को समझेगी और अहंकार छोड़कर नये कृषि कानूनों को वापस लेगी।
उन्होंने कहा कि हमें किसान दिवस पर अन्नदाता के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहिए, जिनकी मेहनत के कारण पर्याप्त खाद्यान्न है और जो देश की प्रगति के लिए अहम योगदान दे रहे हैं। किसान दिवस पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने किसान भाइयों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। पायलट ने कहा कि सरकार को हम सब को अन्न उपलब्ध कराने वाले एवं अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हमारे अन्नदाताओं की मांगों को स्वीकार कर उनके हितों की रक्षा करनी चाहिए।