राजस्थान के उदयपुर में हुए हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि यह कोई मामूली वारदात नहीं है और जब तक अंतर्राष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर पर उनके (आरोपियों के) कुछ संबंध नहीं हों ऐसा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि, इस वारदात की जांच उसी को ध्यान में रखते हुए की जा रही है कि जिन्होंने हत्या की है, उनकी क्या साजिश थी, क्या षड्यंत्र था, किससे उनके संपर्क हैं, क्या वे किसी राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी के संपर्क में हैं, इन तमाम बातों का खुलासा होगा।
हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं : सीएम गहलोत
उल्लेखनीय है कि उदयपुर के धानमंडी थाना क्षेत्र में मंगलवार को दिन दहाड़े दो मुस्लिम लोगों ने धारदार हथियार से कन्हैया लाल नाम के एक दर्जी की हत्या कर दी थी। जयपुर में बुधवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक से पूर्व गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। घटना मामूली नहीं है और जब तक कि इसका अंतर्राष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर पर जो कुछ ऐसे रेडिकल एलिमेंट (कट्टरपंथी तत्व) हैं, उससे संबंध नहीं हो, ऐसे नहीं हो सकती। उसी रूप में इसकी जांच-पड़ताल शुरू की गई है।
हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं : सीएम गहलोत
उल्लेखनीय है कि उदयपुर के धानमंडी थाना क्षेत्र में मंगलवार को दिन दहाड़े दो मुस्लिम लोगों ने धारदार हथियार से कन्हैया लाल नाम के एक दर्जी की हत्या कर दी थी। जयपुर में बुधवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक से पूर्व गहलोत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। घटना मामूली नहीं है और जब तक कि इसका अंतर्राष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर पर जो कुछ ऐसे रेडिकल एलिमेंट (कट्टरपंथी तत्व) हैं, उससे संबंध नहीं हो, ऐसे नहीं हो सकती। उसी रूप में इसकी जांच-पड़ताल शुरू की गई है।
मामले की जांच के लिए गठित की गई है एसआईटी
सीएम गहलोत ने कहा कि घटना बहुत बड़ी व जघन्य है। उन्होंने कहा, मैंने कल भी कहा कि इसकी जितनी निंदा करें उतनी कम है और हमने इसीलिए एसआईटी गठित की है, एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है। मंगलवार को दर्जी की हत्या की घटना के बाद शहर में उत्पन्न हुए तनाव को देखते हुए जिले के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। राज्यभर में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था और आगामी एक माह के लिए प्रदेश में निषेधाज्ञा लगा दी गई थी।
कन्हैया लाल का शव पहुंचा घर, लोगों ने पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
इस बीच आज कन्हैया लाल का शव एमबी अस्पताल में पोस्मार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपा गया। अस्पताल से कड़ी सुरक्षा के बीच घर लाया गया। शव घर पहुंचते ही लोगों ने जमकर नारे लगाए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इसके अलावा गृह मंत्रालय ने भी इस हत्याकांड पर अपनी कड़ी नजर रखी हुई है। वहीं सूत्रों के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह ने एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) को निर्देश दिया है कि, एजेंसी इस मामले की घर जांच करें।
सीएम गहलोत ने कहा कि घटना बहुत बड़ी व जघन्य है। उन्होंने कहा, मैंने कल भी कहा कि इसकी जितनी निंदा करें उतनी कम है और हमने इसीलिए एसआईटी गठित की है, एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है। मंगलवार को दर्जी की हत्या की घटना के बाद शहर में उत्पन्न हुए तनाव को देखते हुए जिले के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया था। राज्यभर में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था और आगामी एक माह के लिए प्रदेश में निषेधाज्ञा लगा दी गई थी।
कन्हैया लाल का शव पहुंचा घर, लोगों ने पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
इस बीच आज कन्हैया लाल का शव एमबी अस्पताल में पोस्मार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपा गया। अस्पताल से कड़ी सुरक्षा के बीच घर लाया गया। शव घर पहुंचते ही लोगों ने जमकर नारे लगाए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इसके अलावा गृह मंत्रालय ने भी इस हत्याकांड पर अपनी कड़ी नजर रखी हुई है। वहीं सूत्रों के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह ने एनआईए (राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण) को निर्देश दिया है कि, एजेंसी इस मामले की घर जांच करें।