राजस्थान के बारां जिले के छबड़ा कस्बे में रविवार को 2 युवकों की चाकू घोंपकर हत्या करने के एक मामले में हिंसा भड़क उठी और भीड़ ने कई दुकानों और वाहनों में आग लगा दी। हिंसा इतनी ज्यादा बढ़ गई कि प्रशासम को कर्फ्यू लगाना पड़ा और इंटरनेट सेवा भी बंद करनी पड़ी। दरअसल यह मामला 2 समुदायों के सदस्यों के बीच का था। चाकूबाजी की घटना को लेकर 2 पक्षों में विवाद छिड़ गया, एक पक्ष आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। एक पक्ष ने रैली निकलवा कर कस्बा बंद करवा दिया तो वहीं दूसरे पक्ष ने विरोधी पक्ष की दुकानें जला दीं।
पुलिस ने हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया, लेकिन लाठी, लोहे की छड़ और हथियारों से लैस दोनों समुदायों के सदस्यों ने देर शाम तक उग्र प्रदर्शन जारी रखा, यहां तक कि राजस्थान पुलिस और सरकारी वाहनों सहित सार्वजनिक संपत्ति को आग लगा दी। पुलिस अधीक्षक विनीत बंसल ने कहा,”स्थिति बेहद तनावपूर्ण है। भीड़ द्वारा हिंसा जारी है और हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।” अधिकारियों ने कहा कि अतिरिक्त बलों को बुलाया गया है और वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है, जिसमें कोटा रेंज के डीआईजी रवि गौर शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक बारां में यह सांप्रदायिक हिंसा तब भड़की जब बाजारों में एक गुट रैली निकाल रहा था, इसने व्यापारियों से अलीगंज और आजज नगर में दुकानें बंद करने को कहा और जल्द ही अन्य क्षेत्रों में फैल गया। सूत्रों ने बताया कि धरनावदा सर्कल, स्टेशन रोड, अजाज नगर और अलीगंज क्षेत्र में लगभग 10-12 दुकानों में आग लगा दी गई और शाम को एक निजी यात्री बस, कारों और अन्य वाहनों के साथ एक आग लगा दी गई। बारां जिला कलेक्टर ने रविवार को शाम 4 बजे से छबड़ा शहर की नगरपालिका परिधि में कर्फ्यू का आदेश दिया। अधिकारियों ने कहा कि 13 अप्रैल को शाम 4 बजे तक जिले में इंटरनेट को निलंबित कर दिया गया है।