उद्योगपति गौतम अडाणी (Gautam Adani) के राजस्थान निवेश सम्मेलन में शामिल होने को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस ने कहा कि वह कारोबारों के पनपने और निवेश के खिलाफ नहीं है, सिर्फ एकाधिकार एवं भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार की एकतरफा नीतियों का विरोध करती है। बता दे कि अडाणी शुक्रवार को राजस्थान निवेश सम्मेलन में शामिल हुए और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के साथ मंच भी साझा किया। इस सम्मेलन में उन्होंने कहा कि राजस्थान में अडाणी समूह अगले 5-7 साल में नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable energy) समेत विभिन्न क्षेत्रों में 65,000 करोड़ रुपये निवेश करेगा।
सरकार की एकतरफा नीतियों से आपत्ति
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने अडाणी के राजस्थान निवेश सम्मेलन में शामिल होने से जुड़े सवाल पर कहा, ‘‘ कारोबार को पनपना चाहिए, लेकिन एकाधिकार नहीं होना चाहिए। कारोबार पनपेंगे तभी नौकरियां सृजित होंगी। मुझे अडाणी जी और अंबानी जी से कोई दिक्कत नहीं है। हमें सरकार की एकतरफा नीतियों से आपत्ति है।’’
कांग्रेस निजी क्षेत्र के पनपने की वास्तुकार
श्रीनेत ने कहा, ‘‘ अगर कोई व्यक्ति अमीर लोगों की सूची में 643वें स्थान से 2 स्थान पर पहुंचा है, तो उसमें सरकार का अथाह सहयोग रहा है। सरकार यही सहयोग उन 6 करोड़ लोगों से करे, जो अथाह गरीबी में रहने को मजबूर हैं।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश में निजी क्षेत्र के पनपने की वास्तुकार रही है, लेकिन उसने निजी के साथ सार्वजनिक क्षेत्र को भी आगे बढ़ाया तथा किसी तरह का एकाधिकार नहीं होने दिया।कांग्रेस और उसके नेता अक्सर गौतम अडाणी का उल्लेख करते हुए भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हैं। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और ऐसे में भाजपा के कुछ नेताओं और कई सोशल मीडिया यूजर्स ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया।