राजस्थान विधानसभा में अशोक गहलोत सरकार के बहुमत साबित करने के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि यह विश्वासमत प्रजातंत्र के कई कोनों में व्याप्त अंधकार को दूर करने के लिए नयी रोशनी लेकर आया है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘‘आज प्रजातंत्र के कई कोनों में व्याप्त अंधकार के लिए राजस्थान का “विश्वासमत” एक “नयी रोशनी” लेकर आया है। राजस्थान के 8 करोड़ नागरिकों के विकास की “असीम संभावनाओं का विश्वास” नफ़रत, नकारात्मकता और निराशा को परास्त कर जीत गया है।’’
3/3
राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष श्री गुलाब कटारिया जी ने मान ही लिया की उनके पास केवल 75 विधायक ही हैं। कांग्रेस के पास स्पष्ट 123 विधायकों का समर्थन साफ़ हुआ।अपने उपनेता राजेंद्र राठौड़ का कल का अविश्वास का दावा खुद ही ख़ारिज किया।
षड्यंत्र फ़ेल, राजस्थान जीता।
सत्यमेव जयते!
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 14, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘देश भर में बहुमत का चीरहरण करने वाली केंद्र सरकार व भाजपा यह जान ले कि राजस्थान ने कभी हार नहीं मानी है, राजस्थान कभी हारा नहीं है। हम गोरे अंग्रेजों से लड़े तो आखिरी सांस तक लड़े। आज के काले अंग्रेजों से लड़ कर भी संविधान व प्रजातंत्र की रक्षा करेंगे। यही विश्वासमत की जीत का सबक़ है।’’
सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाब कटारिया जी ने मान ही लिया कि उनके पास केवल 75 विधायक ही हैं। कांग्रेस के पास स्पष्ट 123 विधायकों का समर्थन साफ़ हुआ। अपने उपनेता राजेंद्र राठौड़ का कल का अविश्वास का दावा खुद ही ख़ारिज किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘षड्यंत्र विफल, राजस्थान जीता। सत्यमेव जयते!’’ गौरतलब है कि राजस्थान में करीब एक महीने चली सियासी खींचतान के बाद अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया। सदन ने सरकार द्वारा लाए गए विश्वास मत प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया।