कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को यहां कहा कि न्यूनतम आय योजना (न्याय) के लिए उनकी पार्टी ने रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन सहित दुनिया भर के प्रमुख अर्थशास्त्रियों से चर्चा की थी। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही।
उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी छह महीने से इस विचार पर काम कर रही थी क्योंकि वह प्रधानमंत्री मोदी के ‘15 लाख रुपये बैंक खाते में डालने के झूठ को सच्चाई में बदलना चाहती थी।’
राहुल बोले- अगर मोदी अमीरों को पैसा देते हैं तो कांग्रेस गरीबों को पैसा देगी
उन्होंने कहा,‘‘छह महीने पहले हमने काम शुरू किया। बैंक खाते में पैसे डालने का, आइडिया तो सही है…मगर इसमें झूठ बोल दिया गया 15 लाख रुपये का। कांग्रेस के लोग बैठे और छह महीने काम किया और मैंने पूछा कि इस आइडिये को सच्चाई में कैसे बदला जाए। नरेंद्र मोदी ने 15 लाख रुपये बैंक खाते में डालने की बात की। इस सोच को कांग्रेस पार्टी पूरा कैसे करे।’’
उन्होंने कहा,‘‘छह महीने लगे, बड़े बड़े अर्थशास्त्रियों से मैंने बात की। बिना किसी को बताए। भाषण नहीं किया। छह महीने से हम लगे हुए हैं। दुनिया के सबसे बड़े अर्थशास्त्रियों की सूची ले लो सबसे बात की…रघुराम राजन। एक के बाद एक करके सबसे बात की और कहा कि विचार अच्छा है। इसको हम पूरा करना चाहते हैं।’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने सोमवार को घोषणा की थी कि 2019 के इन आम चुनाव में उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वह देश के 20 प्रतिशत सबसे गरीब परिवारों को सालाना 72,000 रुपये न्यूनतम आय के तहत देगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद युवा उद्यमियों को नया उद्यम लगाने के लिए तीन साल तक सरकार से किसी तरह की मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि देश के 45 साल के इतिहास में सबसे अधिक बेरोजगारी आज मोदी सरकार के कार्यकाल में है।
कांग्रेस की नयी पहल
बेहतर भारत! बेहतर कल!न्यूनतम आय योजना (न्याय) देगी देश के 5 करोड़ सब से गरीब परिवारों को सालाना 72,000 रुपए।
सबको न्याय, सबको सम्मान
नहीं बनने देंगे दो हिन्दुस्तान! #NYAYforIndia pic.twitter.com/fvHtZAFwgk— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 25, 2019