कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सोमवार को केंद्र सरकार पर राजस्थान को कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकाकरण करने के लिए टीके उपलब्ध करवाने में भेदभाव का आरोप लगाया। डोटासरा ने कहा कि केंद्र सरकार के इस पक्षपात को कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी और संघर्ष करेगी।
डोटासरा ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव का एकमात्र उपाय टीकाकरण है लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा राजस्थान की जनता को टीके उपलब्ध करवाने में पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी एवं राजस्थान की जनता के हितों की रक्षा के लिए कांग्रेस द्वारा सडक़ से लेकर सदन तक मजबूती से संघर्ष किया जाएगा।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार अविलम्ब राजस्थान की जनता के लिए पर्याप्त मात्रा में टीके उपलब्ध करवाए अन्यथा भाजपा राजस्थान की जनता का आक्रोश व परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में टीके का संकट उत्पन्न हुआ है, समय रहते केंद्र सरकार ने टीका निर्माता कंपनियों को पर्याप्त मात्रा में लाइसेंस नहीं दिए जिस कारण देश में इसका उत्पादन आवश्यकता के अनुरूप नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के सांसदों सहित किसी भी नेता ने केंद्र सरकार के सामने राजस्थान की जनता के लिए मुफ्त टीका, दवाइयां और स्वास्थ्य ढांचे के लिये आर्थिक मदद की मांग नहीं उठाई। डोटासरा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने महामारी से बचाव के लिए लोगों को वैक्सीन मुफ्त उपलब्ध करवाने की बजाए 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के बीच के युवाओं को टीका लगाने की जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया है तथा समस्त भार राज्यों के ऊपर डाल दिया है।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने राजस्थान में कोविड टीके की बर्बादी का लगाया आरोप
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान में 11.5 लाख टीके की बर्बादी का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि राज्य में जितने टीके खराब हुए हैं उससे 10 लाख से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो सकता था। इसके साथ ही उन्होंने राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर वैश्विक निविदा के नाम पर सस्ती लोकप्रियता के लिए शिगूफा छोड़ने का आरोप भी लगाया।
सोमवार को पत्रकारों से ऑनलाइन बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले तो कहा कि हमें अनुमति दें, हम 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन स्वयं लगा लेंगे। फिर वैश्विक निविदा का नाटक किया। जब इसमें सफल नहीं हुए तो केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ रहे हैं जबकि आज ही राज्य में कूड़े में वैक्सीन फेंकने की खबर छपी है। केरल का उदाहरण देते हुए शेखावत ने कहा कि इस राज्य ने टीकाकरण में अच्छा काम किया है। यहां बेहद कम खुराक बर्बाद हुई हैं। राजस्थान को इनसे सीखने की जरूरत है।
टीके की उपलब्धता के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने टीकाकरण को लेकर प्रोटोकॉल तय किया है। पूरा रोडमैप तैयार है। टीके देने में भेदभाव के आरोपों को नकारते हुए शेखावत ने कहा कि जनसंख्या और प्रदर्शन के अनुसार राज्यों को वैक्सीन दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि देश में अगस्त तक टीके की 30 करोड़ खुराक और उपलब्ध होंगी। मंत्री ने एक बार फिर दोहराया कि दिसंबर यानी आठ महीने में देश के प्रत्येक नागरिक का टीकाकरण करा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जल जीवन मिशन की गति धीमी है।