राजस्थान के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई ने भीलवाड़ को मुक्तिधाम एवं स्मृति वन के मामले में रॉल मॉडल बताते हुए कहा है कि मोक्ष स्थलों को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करने के प्रयास किये जायेंगे। विश्नोई रविवार को यहां पंचमुखी मुक्तिधाम और स्मृति वन की व्यवस्था देख अभिभूत हुए और कहा कि ऐसी हरियाली होटल्स से भी साफ स्नानघर और पुस्तकालय की ऐसी व्यवस्था तो प्रदेश में शायद ही कहीं होगी।
उन्होंने कहा कि भीलवाड़ प्रदेश में आदर्श शहर है और ऐसा काम हर जिले में होना चाहिए। इसके लिए वह स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल से बात करेंगे ताकि पूरे प्रदेश में मोक्ष स्थलों को पर्यटन स्थलों जैसा विकसित किया जा सके। पंचमुखी मुक्तिधाम में घनी हरियाली, साफ सुथरे स्नानगृह ओर पुस्तकालय देख कर विश्नोई ने कहा कि भीलवाड़ इस मामले में प्रदेश में रॉल मॉडल हैं। उन्होंने अंतिम संस्कार में लकड़ बचाने के लिए बनाए गए एलपीजी शव दाह ग्रह की भी तारीफ की।
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इससे पहले विश्नोई पर्यावरण संरक्षण संस्था पीपुल फॉर एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी एवं पर्यावरणविद बाबूलाल जाजू के कुमुद विहार स्थित आवास पर गए जहां जाजू परिवार की ओर से उनका स्वागत किया गया। इस मौके जाजू ने वन मंत्री को 11 सूत्री मांग पत्र भी सौंपा जिस पर विश्नोई ने जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर विश्नोई ने पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर कॉलोनी में कपड़ के थैले भी वितरित किये। उन्होंने हरणी की पहाड़ स्थित स्मृति वन का भी अवलोकन किया और बरगद और गूलर के पौधे भी लगाए।