पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने राजस्थान के बांसवाड़ा में नवजात शिशुओं की मौत के लिए लचर चिकित्सा व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है।
डॉ. व्यास ने बताया कि बांसवाड़ा में संस्थागत प्रसव के बावजूद बड़ी संख्या में हुई नवजात शिशुओं की मौत के संबंध में उनके नेतृत्व में वहां गये कांग्रेस के एक दल द्वारा की गयी जांच में यह खुलासा हुआ है।
उन्होंने बताया कि दल ने पाया कि चिकित्सा व्यवस्थाएं बेहद लचर व गैर जिम्मेदाराना होने के कारण यह मौतें हुई है। वहां के जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन के लिए पाईप लाईन होने के बावजूद सिलेंडरों का इस्तेमाल किया जाता है इसके अलावा प्रसव पीड़ा से जूझती एक मां को केवल एक युनिट रक्त चढ़ाया जाता है जिससे मां और नवजात की मौत हो जाती है।
उन्होंने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आए दिन बांसवाड़ा दौरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे वहां आए दिन अपनी कुर्सी बचाने के लिए माताजी के दर पर जाती है लेकिन कभी भी वहां के अस्पताल का दौरा नहीं किया जिसके कारण वहां पदस्थ चिकित्सकों का रवैया गैर जिम्मेदाराना है।
उन्होंने कहा कि दल ने वहां के चिकित्सा प्रभारी से इतनी बड़ी संख्या में हुई मौतों पर सवाल किये तो उनका कहना था कि हमने 450 संस्थागत प्रसव करवएं जिनमें से केवल 50 की मौत हुई है वरना तो मौतों की संख्या और अधिक हो सकती थी।