राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी थाना क्षेत्र में पांच आरोपियों द्वारा एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म और वीडियो वायरल करने के मामले में बुधवार रात पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान महेश गुर्जर के रूप में और पांचवें आरोपी की पहचान हंसराज गुर्जर के रूप में हुई है। पुलिस ने बुधवार को तीन आरोपियों को पकड़ा था।
वहीं इस मामले को लेकर दलित समुदाय में नाराजगी बढ़ती जा रही है। भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर ने दलित युवती के साथ गैंगरेप करने वाले आरोपियों का सामाजिक बहिष्कार करने की मांग की है। उन्होंने मामले की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की भी मांग भी उठाई है।
उन्होंने बताया कि इस गिरफ्तारी के साथ पांच आरोपियों में से चार आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीन दुष्कर्म करने वाले आरोपी और एक वीडियो बनाकर वायरल करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में पीडिता के पति ने इस संबंध में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने की कई बार प्रार्थना की लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया।
उसी दौरान आरोपियों ने व्हाट्सएप पर वीडियो वायरल कर दिया। हालांकि मंगलवार को मामला उजागर होने के बाद जब बीजेपी समेत विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना की तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को दबोचा था। बुधवार को अलवर पुलिस अधीक्षक राजीव पचार को हटा कर एपीओ (पद स्थापन की प्रतीक्षा में) किया गया और थानाधिकारी को निलंबित कर चार पुलिस कर्मियों को पुलिस लाईन भेजा गया।
गौरतलब है कि 26 अप्रैल को मोटरसाइकिल पर अपने पति के साथ जा रही एक महिला के साथ पति के सामने ही पांचों आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म कर उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। इस संबंध में दो मई को एफआईआर दर्ज की गई थी।