राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीपीएफ और एनएससी सहित लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने और फिर इसे वापस लेने के केंद्र सरकार के कदम पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से स्पष्टीकरण मांगा है। गहलोत ने ट्वीट किया कि वित्त मंत्री को इस बारे में देश को स्पष्टीकरण देना होगा कि पीपीएफ और एनएससी सहित लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती का जनविरोधी फैसला पहले क्यों किया गया और फिर इसे वापस क्यों लिया गया?’’
केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि सरकार लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर घटाने के फैसले को वापस लेगी और उन्होंने ब्याज दरों को 31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही के स्तर पर लाने का आश्वासन दिया। जबकि, बुधवार को ही सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) और एनएससी (राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र) समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक की कटौती की थी।
सरकार के कदम को जनता के साथ ‘‘क्रूर’’ मजाक बताते हुए गहलोत ने लिखा कि रात में ब्याज दरों में कटौती की घोषणा कर व सुबह अपने उस फैसले को पलट कर सरकार क्या पहली अप्रैल को जनता के साथ क्रूर मजाक कर रही है?’’