देश में कोरोना वायरस संक्रमण के रोजाना चालीस हजार के करीब मामले सामने आ रहे है, तो वहीं, मरने वालों की संख्या भी हजार के आस-पास बनी हुई है। दूसरी तरफ, देश में कोरोना वायरस की जांच की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है, लेकिन फिर भी कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने का खतरा अभी भी ऊंचा स्तर पर बना हुआ है।
देश में टीकाकरण की रफ्तार में धीरे-धीरे तेजी आ रही है, लोग भी अब आगे बढ़कर काफी हदतक टीकाकरण अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे है और खुद को कोरोना वायरस के खतरे से बचा रहे है। इसी बीच, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि अगर केन्द्र सरकार समय पर पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध कराये तो दिसंबर से पहले ही सभी प्रदेशवासियों को कोरोना का टीका लगाया जा सकता है।
गहलोत ने राज्य में वैक्सीन की कमी पर चिंता जताते हुए कहा कि राजस्थान में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 42 प्रतिशत से भी अधिक लोगों को प्रथम डोज वैक्सीन लगा दी गई है। हमें औसत 1.75 लाख प्रतिदिन वैक्सीन की सप्लाई की गई है जबकि प्रदेश में प्रतिदिन 15 लाख वैक्सीन लगाये जाने की क्षमता हमने बना रखी है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार दिसम्बर से पहले ही हमारी क्षमता के कारण सभी प्रदेशवासियों को वैक्सीन लगायी जा सकती है। परन्तु जिस प्रकार से अभी केन्द, से सप्लाई हो रही है उससे हमें चिंता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने केन्द्र में नये स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को मंत्रालय का पदभार संभालने के दिन ही वैक्सीन की पर्याप्त सप्लाई के लिए पत्र लिखकर अनुरोध किया था।