आयकर विभाग ने हाल में जयपुर स्थित एक समूह पर छापेमारी के बाद 150 करोड़ रुपये से अधिक की ‘अघोषित’ आय का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह समूह रत्न और आभूषण, आतिथ्य एवं रियल एस्टेट कारोबार से जुड़ा है। आयकर विभाग ने छापा मारने की कार्रवाई तीन अगस्त को शुरू की थी।
इस दौरान राजस्थान के जयपुर और कोटा जिलों में व्यापारिक समूह के तीन दर्जन से अधिक परिसरों की छानबीन की गई। सीबीडीटी ने अपने बयान में इस समूह का नाम नहीं बताया। बोर्ड ने कहा कि विभाग ने अब तक 11 करोड़ रुपये से अधिक की ‘अघोषित संपत्ति’ जब्त की है। सीबीडीटी कर विभाग के लिए नीति तैयार करता है।
आईटी कर रही मामले की जांच
वही, बयान में कहा गया कि कर अधिकारियों ने पाया कि समूह ने आवास और जमीन की बिक्री पर नकद लेकर कथित तौर पर बड़े पैमाने पर कर चोरी की। बोर्ड ने कहा कि इस नकद राशि को कंपनी के नियमित बहीखातों में दर्ज नहीं किया गया था। बयान में आरोप लगाया गया कि रत्न और आभूषण तथा आतिथ्य कारोबार में भी अनियमितताओं का पता चला है।