राजस्थान में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजस्थान एवं पंजाब की अंतर्राज्यीय सीमा के दोनों तरफ के निकटवर्ती जिलों के प्रशासन पुलिस अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक में लोकसभा चुनाव के दौरान सीमा पर कड़ी चौकसी का निर्णय लिया गया। पंजाब के समीपवर्ती मुक्तसर जिले के मलोट शहर में हुई इस बैठक में श्रीगंगानगर के जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, हनुमानगढ़ के अतिरिक्त जिला कलक्टर अशोक असीजा आदि अधिकारी भी शामिल हुए। श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि राजस्थान में छह मई को मतदान के दिन पंजाब पुलिस अंतर्राज्यीय सीमा पर पूर्ण रूप से चौकसी रखी जायेगी।
पंजाब में 19 मई को मतदान के दिन अंतर्राज्यीय सीमा पर राजस्थान पूरी तरह से सतर्क रहेगा। बैठक के बाद मुक्तसर के उपायुक्त अरविन्द कुमार ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आयोजित इस बैठक में मुक्तसर, फाजिल्का, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों के प्रशासनिक, पुलिस तथा आबकारी विभाग के अधिकारी शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य बेहतर तालमेल के साथ चुनाव के दौरान गड़बड़ करने वाले लोगों से सावधानीपूर्वक निपटना रहा। चुनाव प्रक्रिया में मतदाताओं को प्रभावित नहीं होने दिया जायेगा।
बैठक में निर्णय लिया गया कि अंतर्राज्यीय सीमाओं पर दोनों राज्यों को जोड़ने वाले सभी कच्चे व पक्के रास्तों पर नाके लगाकर कड़ चैकिंग की जायेगी। सभी नाका स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों के जरिये उच्चाधिकारियों द्वारा निगरानी रखी जायेगी। बैठक में मुक्तसर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनजीत सिंह ढेसी ने बताया कि नाकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं।
फाजिल्का के उपायुक्त मनप्रीत सिंह ने बताया कि पंजाब और राजस्थान में दोहरे मतदाताओं की पहचान की जा रही है। अगर किसी मतदाता का वोटर आई कार्ड दोनों तरफ का पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ कार्रवाई की जायेगी। अगर किसी का दोहरा वोट बना हुआ है, तो वह मतदान से पहले अपना एक जगह से वोट कटवा ले। फाजिल्का के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक हिलोरी ने कहा कि बेहतर समन्वय से चुनाव के दौरान गलत तत्वों की सप्लाई को रोका जा सकता है।