राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कुलपतियों से उच्च शिक्षा में नवाचार और इसे रोजगारोन्मुखी बनाने पर चिंतन करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि हमारे देश में प्रतिभाओं की बहुतायात है, फिर भी हम उच्च शिक्षा की वैश्विक रैंकिंग में पिछड़ क्यों रहे हैं? यहां एक निजी विश्वविद्यालय में पश्चिम क्षेत्र के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए मिश्र ने कहा कि उच्च शिक्षा में नवाचार और उसे रोजगार उन्मुखी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी को मिलजुल कर उच्च शिक्षा में कीर्तिमान स्थापित करने के प्रयास करने चाहिए। देश से प्रतिभाओं का पलायन नहीं होना चाहिए। प्रतिभाओं को विश्वविद्यालयों में उत्कृष्ट स्तर की अनुसंधान सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी। मिश्र ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता पर आधारित तकनीकी शिक्षा प्रणाली को विकसित करना होगा।
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विश्व के बाजार के अनुरूप शिक्षा में व्यावहारिक तकनीकी बदलाव करना होगा। भारतीय विश्वविद्यालय संघ द्वारा आयोजित सम्मेलन में 90 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भाग लिया। कार्यक्रम को भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष प्रो. एम. एम. सांलूखे, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. भूषण पटवर्धन, संघ की महासचिव डॉ. पंकज मित्तल ने भी सम्बोधित किया।