राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों के लिए सोमवार सुबह सात बजे मततदान शुरू हुआ और पहले दो घंटे में 13.55 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जिन 12 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है उनमें गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रमाीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली—धौलपुर, दौसा, और नागौर सीट से 134 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
इनमें 16 महिला उम्मीदवार हैं। 2.30 करोड से अधिक मतदाताओं के लिये 23 हजार 783 मतदान केन्द्र स्थापित किये गये हैं। बता दें कि में दो पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी, भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक पूर्व अधिकारी और भारतीय पुलिस सेवा के एक पूर्व अधिकारी सहित 134 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा। राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में से 13 लोकसभा सीटों पर 29 अप्रैल को प्रथम चरण में मतदान हुआ था।
जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर पूर्व ओलंपियन और केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और कृष्णा पूनिया के बीच मुकाबला है। राठौड़ ने जहां मोदी फैक्टर और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर मतदाताओं को लुभाने प्रयास किया वहीं कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया ने राठौड़ द्वारा पांच वर्ष में किये गये कार्यो पर सवाल उठाते हुए चुनाव प्रचार किया।
राठौड़ ने जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर 2014 में 3.32 लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। जाट बहुल इस सीट पर कृष्णा पूनिया को जातिगत समीकरणों के लिहाज से सकारात्मक समर्थन मिल रहा है। बीकानेर लोकसभा सीट पर केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को अपने चचेरे भाई और कांग्रेस उम्मीदवार मदन गोपाल मेघवाल से कड़ी चुनौती मिल रही है।
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अर्जुन राम मेघवाल भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी है जबकि मदनगोपाल मेघवाल भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। नागौर लोकसभा सीट भाजपा ने अपने गठबंधन के सहयोगी और पूर्व भाजपा नेता हनुमान बेनीवाल को दी है। बेनीवाल ने राज्य के विधानसभा चुनाव से पूर्व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का गठन किया था और तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस सीट पर उनका मुकाबला पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा से है।
ज्योति मिर्धा प्रतिष्ठित मिर्धा परिवार से संबंध रखती हैं और उन्होंने 2009 में इस सीट पर जीत दर्ज की थी जबकि 2014 में वह सी आर चौधरी से चुनाव हार गईं थीं। नागौर सीट कांग्रेस का गढ़ रहा है। इस सीट का ज्योति के दादा और जाने माने जाट नेता नाथूराम मिर्धा ने 1971 से छह बार प्रतिनिधित्व किया है। 2019 लोकसभा चुनाव में दो संत सुमेधानंद सरस्वती सीकर से और बाबा बालकनाथ अलवर लोकसभा सीट पर अपने भाग्य आजमा रहे है।
अलवर से कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व केन्द्रीय मंत्री और पूर्व अलवर राजघराने के भंवर जितेन्द्र चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने सीकर से वर्तमान सांसद सुमेधानंद पर फिर से विश्वास जताते हुए चुनाव मैदान में उतारा है। दौसा लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस ने महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा ने पूर्व सांसद जसकौर मीणा को कांग्रेस के विधायक मुरारी लाल मीणा की पत्नी सविता मीणा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा हैं।