राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश को आजाद कराने में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का महत्वपूर्ण योगदान था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल में बांग्लादेश की यात्रा दौरान इसका जिक्र तक नहीं किया। गहलोत ने कहा, ‘‘90,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया और बांग्लादेश आजाद हुआ था। इंदिरा गांधी अमेरिका की धमकी के आगे नहीं झुकीं। यह देश का दुर्भाग्य है कि प्रधानमंत्री बांग्लादेश गए और इसका जिक्र तक नहीं किया कि इंदिरा गांधी ने किस प्रकार योगदान दिया और किस तरह 90,000 सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया के मुल्कों-अमेरिका, इंग्लेंड, जर्मनी, जापान और फ्रांस में गये थे तब वहां के उद्योगपतियों, सरकारों और अप्रवासी भारतीय नागरिकों ने उनको सम्मानित किया। लेकिन तब भी मैंने कहा था कि यह सिर्फ आपका (मोदी) सम्मान नहीं है बल्कि देश ने 70 साल में जो रास्ता तय किया है यह उसका परिणाम है।’’
उत्तर-पश्चिम रेलवे मजदूर संघ के त्रिवार्षिक अधिवेशन को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि अब अमेरिकी अखबार ‘वाशिंगटन पोस्ट’ लिख रहा है कि हिन्दुस्तान में लोकतंत्र सिमट रहा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने दावा किया, ‘‘देश का माहौल पूरी तरह बदल गया है और पता नहीं किस खतरनाक मोड़ की तरफ पहुंचेगा।’’
गहलोत ने कहा कि भाजपा और आरएसएस का जो एजेंडा है उसे पूरी तरह लागू करने के लिये केंद्र सरकार संकल्पित है और उसी अनुरूप सारे फैसले हो रहे हैं। गहलोत ने आरोप लगाया, ‘‘आज न्यायपालिका, चुनाव आयोग, आयकर विभाग और अन्य एजेंसियों पर दबाव है।’’ रेलवे के बारे में चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का रेलवे के लिये एक दृष्टिकोण था और यह प्राथमिकता का क्षेत्र रहा था।