राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने कोटा स्थित एक सरकारी अस्पताल में कुछ दिनों के भीतर कई बच्चों की मौत होने के मामले में अपने पहले के सम्मन पर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के उपस्थित नहीं होने पर शुक्रवार को उन्हें एक फिर तलब किया।
इसके साथ ही आयोग ने राजस्थान के मुख्य सचिव देवेंद्र भूषण गुप्ता को पत्र लिखकर कहा है कि वह यह सुनिश्चित करें कि सीएमओ को तलब किए जाने और चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गैलेरिया को भेजे कारण बताओ नोटिस से जुड़े एनसीपीसीआर के निर्देश की अनुपालना सुनिश्चित हों।
एनसीपीसीआर के अधिकारियों के मुताबिक आयोग ने 30 दिसंबर को कोटा जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीएस तंवर को नोटिस भेजकर तीन जनवरी को तलब किया था, लेकिन तंवर पेश नहीं हुए। इसके बाद आयोग ने शुक्रवार को उन्हें फिर से नोटिस जारी कर कहा कि वह सात जनवरी को उसके समक्ष उपस्थित हों।
आयोग ने राज्य के चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव वैभव गैलरिया को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन कामकाजी दिनों के भीतर मामले में रिपोर्ट मांगी है।
एनसीपीसीआर ने कहा है कि वह यह बताएं कि उन्होंने इस मामले में एनसीपीसीआर के समक्ष कार्यवाही रिपोर्ट क्यों नहीं दी।