राजस्थान के पुष्कर में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय मेले के दूसरे दिन आज आंवला नवमी के मौके पर बड़ी तादाद में महिलाओं ने पुष्कर सरोवर के घाटों पर स्नान कर आंवले के पेड़ की पूजा अर्चना कर खुशहाली एवं समृद्धि की कामना की।
पुष्कर मेला मैदान पर चल रही विभिन्न प्रतियोगिताओं के तहत ऊंट नृत्य, गोरबंद ऊंट श्रृंगार एवं लंगड़ टांग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बड़ संख्या में देशी विदेशी एवं ग्रामीण पर्यटकों ने हिस्सा लेकर मेले को परवान चढ़ने में अहम भूमिका अदा की। अशोक टांक ने अपने ऊंट को इतना आकर्षक सजाया कि उपस्थित दर्शक ऊंट के प्रति आकर्षित हुए बिना नहीं रह सके। मेला मैदान पर भारत के पारंपरिक खेल सतोलिए का भी मुकाबला हुआ जिसमे देशी टीम एवं विदेशी टीमों में जमकर मुकाबला हुआ। सतोलिया मैच में देशी टीम ने विदेशियों को 4-0 से शिकस्त दी।
मेले में रंगारंग कार्यक्रम के तहत शाम को सूफी व बॉलीवुड फ्यूजन शादाब फरीदी का कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा तथा सरस्वती म्यूजिक एवं डांस स्कूल द्वारा अपनी प्रस्तुतियां देकर मेले में आए सैलानियों को मंत्रमुग्ध किया जाएगा। मेला मैदान के समीप रेतीले धोरों पर घोड़ पर प्रतिबंध के बावजूद रेगिस्तान का जहाज ऊंट सर्वाधिक आकर्षित करने वाला पशु साबित हो रहा है। विदेशी सैलानी ऊंट व ऊंटगाड़यों की सवारी करने का लुत्फ उठा रहे है।
मेले की शुरुआत के साथ ही अजमेर स्थित सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह स्थित छोटी व बड़ देगों का पुष्कर मेले के लिए दस दिनों का ठेका शुरू हो चुका है। अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैय्यद मुसिब्बर चिश्ती के अनुसार उर्स के अलावा पुष्कर मेले के दस दिनों के लिए भी यह ठेका होता है। जिसे अंजुमनों की ओर से तीन करोड़ 92 लाख से अधिक राशि का छोड़ गया। पुष्कर मेले के साथ साथ अजमेर में भी दरगाह परिसर जायरीनों से लब्रेज नजर आ रहा है। आस्ताना शरीफ के बाहर लंबी कतारें लगी हुई है।