राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों पर अंकुश लगा पाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 14 महीने में रसोई गैस सिलेंडर के दाम 255 रूपए बढ़ा दिए है। गैस सब्सिडी भी बंद हो गई है। इससे आमजन खाना पकाने के लिए सिलेंडर छोड़कर पुनः कोयला और लकड़ी के इस्तेमाल को मजबूर हो रहे है। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के समय 450 रूपए का गैस सिलेंडर मोदी सरकार 838 रूपए में बेच रही है।
कोरोना संकट के दौर में पेट्रोल-डीजल के साथ ही घरेलू गैस के दामों में भी लगातार वृद्धि देखी जा रही है। पेट्रोल 106 रूपए के नजदीक पहुंच गया है तो बिना सब्सिडी के घरेलू गैस सिलेंडर के दाम भी 800 रूपए के पार यानी 838 रुपए 50 पैसे के स्तर पर पहुंच गए हैं। पिछले 6 महीने में घरेलू गैस के दामों में 250 रूपए की वृद्धि हो चुकी है।
गुरुवार को सामने आए अपडेट के अनुसार, सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर में 25.50 रूपए प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई जबकि वाणिज्यिक सिलेंडर में 84 रूपए की वृद्धि की गई। अब इस महीने 14.2 किलो का घरेलू गैस सिलेंडर 838 रुपए 50 पैसे में मिलेगा और कमर्शियल सिलेंडर 1572 रुपए का मिलेगा।