राजस्थान के राजसमंद जिले के कैलवा थाना क्षेत्र में पैंथर के हमले से सात बकरियों की मृत्यु हो गयी तथा कई घायल हो गयी। पुलिस के अनुसार कल देर रात केलवा गांव के दौलत कालानी के एक बाडे में बंद बकरियों पर पैंथर ने हमला कर सात बकरियों को मार डाला तथा एक दर्जन के करीब बकरियों को घायल कर दिया। बकरियों की मिमियाने की आवाज से बाडे में जाग होने पर पैँथर वहां से भाग गया।
पैँथर के हमले की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के वन अधिकारी कुमार सोनी गुप्ता और अन्य वनकर्मी सवेरे से ही क्षेत्र का दौरा कर रहे है और समझाईश देकर लोगों में व्याप्त भय और आक्रोश को कम करने का प्रयास कर रहे है।
वन विभाग के अनुसार समूचे राजसमंद जिले में पैंथरों का आतंक व्याप्त है। इस क्षेत्र में आये दिन पैंथरों के हमले से मवेशियों की जाने जा रही है और लोग अपने घरों में बंद रहने को मजबूर है। वन विभाग के एक अधिकारी ने नाम बताया कि समूचे राजसमंद जिले में बडी संख्या में पैंथर खुले में विचरण कर रहे है जिसके कारण लोगों में भय का वातावरण बना हुआ है। जिले के नाथद्वारा, खमनोर, रेलमगरा, कैलवाडा केलवा में पेैंथर के हमले से पूर्व में पांच लोगों की मौत भी हो चुकी है।
वन विभाग के अनुसार क्षेत्रीय वन अधिकारी कुमार सोनी गुप्ता घटना के बाद से ही वनकर्मियों के साथ केलवा और आसपास के क्षेत्र में पैंथर की खोज में जुटे हुये है।
सूत्रों के अनुसार राजसमंद के केलवा कस्बे की दौलत कॉलोनी एक सप्ताह में लगातार बाड़े में घुसकर मवेशियों के शिकार की यह तीसरी घटना है जिससे लोगों में दहशत व्याप्त है। केलवा में पांच दिन पहले पैंथर द्वारा भेड़-बकरियों को शिकार बनाने के बाद वन विभाग ने ङ्क्षपजरा लगवाया था। ङ्क्षपजरे में कैद हुये पैंथर को वन विभाग ने दूर जंगलों मे छोड़ दिया था उसके बावजूेद फिर से तीसरे दिन घटना से कोलोनीवासियों मे डर बना हुआ है।