कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की तरफ से राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को मनाने की निरंतर कोशिशों के बावजूद वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ अपना बगावती तेवर बरकरार रखे हुए हैं। राजस्थान में सत्तारूढ कांग्रेस में चल रहे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व उपमुख्यमंत्री को मनाने में जुटा हुआ है। कांग्रेस के पर्यवेक्षकों ने कल पायलट को लिखित में विधायक दल की बैठक में आने का न्यौता दिया था। यह बैठक यहां के एक होटल में बुलाई गयी है।
सूत्रों ने बताया कि पार्टी के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल पायलट से बातचीत करके उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे हैं, पर बताया जा रहा है कि पायलट बातचीत के मूड में नहीं हैं। यह भी प्रयास किया जा रहा हे कि पायलट को केंद्रीय संगठन में स्थान दिया जाये। पायलट के गुट के विधायक दिल्ली के पास मानेसर में एक होटल में हैं। पायलट ने इससे पहले इनकी संख्या 30 बताई थी, लेकिन अब वह 25 विधायकों की बात कर रहे हैं।
इस बैठक से पहले पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने पायलट व उनके समर्थकों से बैठक में शामिल होने की अपील सोशल मीडिया के जरिए की। पांडे ने ट्वीट किया,’मैं सचिन पायलट और उनके सभी साथी विधायकों से अपील करता कि वे आज की विधायक दल की बैठक में शामिल हों।’
उन्होंने आगे लिखा है, ‘‘कांग्रेस की विचारधारा और मूल्यों में अपना विश्वास जताते हुए कृपया अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें तथा सोनिया गांघी व राहुल गांधी के हाथ मज़बूत करें।’’ उन्होंने कहा कि पायलट व उनके समर्थकों को एक और मौका दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बागी तेवर अपना चुके पायलट व उनके समर्थक सोमवार को विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे।
दीपेंद्र सिंह शेखावत ने भी अब समन्वय से इन्कार करते हुए विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने की चुनौती दी है। उधर कांग्रेस ने बाड़ेबंदी करते हुए सभी विधायकों को एक होटल में ठहराया है। कुछ ही देर में विधायक दल की बैठक हो सकती है।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल विधायक दल की बैठक से पहले मीडिया के सामने संख्या बल का प्रदर्शन करके 109 विधायकों के पक्ष में आने का दावा किया था। कांग्रेस नेता अभी इसी आसरे पर टिके हुए हैं।