उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडलों पर गतिशक्ति यूनिट गठित की गई हैं। इस पहल का उद्देश्य रेलवे की विकासात्मक व आधारभूत परियोजनाओं को पूरा करने की प्रक्रिया में तेजी लाना है।उत्तर पश्चिम रेलवे के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि रेलवे बोर्ड ने 27 जुलाई को इस बारे में आदेश पारित किया था। इसके बाद उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा द्वारा उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडलों पर गतिशक्ति यूनिट की स्थापना कर मुख्य परियोजना प्रबन्धक अथवा गतिशक्ति एवं अन्य संबंधित अधिकारियों की नियुक्ति के आदेश पारित कर दिये गये हैं।
यूनिट का संचालन प्रशासनिक ग्रेड के रेलवे अधिकारी द्वारा किया
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार रेलवे से जुड़ी आधारभूत परियोजनाओं तथा स्टेशन पुर्नविकास, यार्ड रिमॉडलिंग, यातायात सुविधाओं इत्यादि कार्यों को समयबद्ध तरीके से शीघ्र पूर्ण करने के लिए गतिशक्ति योजना के तहत गतिशक्ति यूनिटों की स्थापना की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस यूनिट का संचालन प्रशासनिक ग्रेड के रेलवे अधिकारी द्वारा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि रेलवे ने प्रायोगिक परियोजना के रूप में खुर्दा रोड, बिलासपुर, दिल्ली, बैंगलुरू व आगरा मंडल पर निर्माण कार्यों को गति देने के लिए गतिशक्ति यूनिट की स्थापना की थी, जिसके सफल होने के पश्चात इसे सभी जगह लागू किया गया है।
यूनिट के सहायक अधिकारियों की नियुक्ति भी कर दी गई
उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक शर्मा के निर्देशानुसार एक सप्ताह से भी कम समय में चारों मंडलों पर गतिशक्ति यूनिट की स्थापना कर दी गई है। जिसमें जयपुर मण्डल पर सुरेन्द्र गोयल, अजमेर मण्डल पर अनूप कुमार शर्मा, जोधपुर मण्डल पर मनोज कुमार गुप्ता एवं बीकानेर मण्डल पर निर्मल कुमार शर्मा को मुख्य परियोजना प्रबंधक अथवा गतिशक्ति बनाया गया है। साथ ही प्रत्येक मण्डल पर गठित इस यूनिट के सहायक अधिकारियों की नियुक्ति भी कर दी गई है।