विकास के मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस रामनारायण मीणा ने राजस्थान विधानसभा में औपचारिक तौर से सवाल पूछते हुए कहा है कि इस राज्य की सरकार इतने सालों से क्या कर रही हैं। वह इतनी सालों से सुस्त क्यों चल रही हैं। राज्य में विकास की गति धीमी क्यो हैं। वहीं, यह स्पष्ट किया कि धिकारी उसकी बात नहीं मान रहे और घोषणा के चार वर्ष बाद भी बूंदी में बूंदा मीणा का पैनोरमा नहीं बन सका।
बूंदी में बूंदा मीणा का पैनोरमा का प्रश्न उठाया
श्री मीणा ने प्रश्नकाल में ‘‘बूंदी में बूंदा मीणा का पैनोरमा’’ का प्रश्न उठाया और कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व मंत्री बी डी कल्ला जब इसका जवाब दे रहे थे तब उन्होंने पूरक प्रश्न करते हुए कहा कि वर्ष 2018 में बूंदा मीणा का पैनोरमा बनाने की घोषणा हुई और मंत्री ने कलेक्टर को पत्र लिखा लेकिन अब तक इस पर काम नहीं हुआ, सरकार इतनी सुस्त क्यों चल रही है कि अधिकारी उसकी बात नहीं मान रहे हैं।
तीन एकड़ जमीन मुफ्त आवंटित
जानकारी के मुताबिक, इस पर श्री कल्ला ने कहा कि पैनारेमा के लिए तीन बार पत्र लिखा जा चुका है और गत 28 फरवरी को ही बूंदी कलेक्टर ने स्वायत्त शासन विभाग को इसके लिए तीन एकड़ जमीन मुफ्त आवंटित करने के लिए लिखा है। जैसे ही जमीन आवंटित होगी इस पर काम शुरू हो कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभाग केवल जमीन की मांग कर सकता है, जमीन आवंटित नहीं कर सकता। इस मामले में स्वायत्त शासन मंत्री से चर्चा करके समाधान निकाला जाएगा।
मीणा ने प्रश्न उठाया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, श्री मीणा ने फिर पूरक प्रश्न किया कि चार साल में अधिकारी ने बात नहीं मानी, उसके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि आप दोनों मंत्री साथ में बैठे हैं। आपस में चर्चा करके फैसला करें और चार साल से लंबित चल रहे काम में आ रही समस्या को दूर करें।