देशभर में लगातार साइबर फ्रॉड के ममले बढ़ते जा रहे है। ठगी करने के लिए फ्रॉडर्स नए- नए तरीके ढूंढ रहे है।कई बार ज्यादा पैसे देने के लालच से लोगों को फंसा लिया जाता है।
अब बात करते है, राजस्थान के भरतपुर जिले का मेवात क्षेत्र मिनी जामताड़ा के नाम से जाना जाने लगा है। देश में हो रही साइबर क्राइम के 80 प्रतिशत ठगी वारदातों के तार झारखण्ड के जामताड़ा से जुड़े हुए है।बता दें भरतपुर के मेवात क्षेत्र में देश के लगभग 15 राज्यों की पुलिस आय दिन साइबर क्राइम के आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश देती रहती है।
पुलिस एक्शन मोड़ पर
इस मामले में पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने साइबर क्राइम को रोकने के लिए मेवात इलाके में साइबर की ठगी में इस्तेमाल हो रही अन्य राज्यों के लगभग 58 हजार मोबाईल सिम कार्ड को कम्पनी से बंद कराया।वहीं लगभग 69 हजार मोबाईल फोन आईएमईआई के जरिए बंद कराए जिससे साइबर ठगी न हो।
उन्होंने साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए अहम कदम उठाया। मेवात में आरबीआई के जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन नहीं करने वाले विभिन्न प्राइवेट कंपनियों के 54 एटीएम मशीनों में से साइबर क्राइम से ठगी करने वाले अपराधियों के पैसे निकालने के लिए उपयोग में लिए जा रहे 37 एटीएम मशीनों को बंद कराया गया।
अन्य राज्यों की पुलिस के सुपुर्द किया है
दरसअल, भरतपुर के मेवात इलाके में साइबर क्राइम के जरिए ठगी करने वाले आरोपियों को पकड़ने के लिए साल 2022 में लगभग 160 से भी अधिक बार देश के अन्य राज्यों की पुलिस ने दबिश दी है। मेवात क्षेत्र की स्थानीय पुलिस ने अन्य राज्यों की पुलिस का सहयोग कर लगभग 68 आरोपियों को पकड़ कर अन्य राज्यों की पुलिस के सुपुर्द किया है।