राजस्थान राज्य की 15वीं विधानसभा का सप्तम एवं बजट सत्र बुधवार को राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण के साथ शुरु हुआ। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरु होते ही राज्यपाल मिश्र ने अभिभाषण देना शुरु किया जो एक घंटा और आठ मिनट तक चला। इस दौरान विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) पेपर लीक मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच की मांग को लेकर सदन में तख्तियां लहराई और काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया जबकि सत्ता पक्ष के विधायकों ने मेजे थपाथपाकर अभिभाषण का स्वागत किया।
विधायकों ने की रीट मामले की सीबीआई जांच की मांग
अभिभाषण के शुरु होते ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के विधायक नारायण बेनीवाल सहित पार्टी के तीनों विधायकों ने भी रीट मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए तख्तियां लहराई और तीनों विधायक वेल में आ गए और इस मांग के समर्थन में बोलते रहे। करीब 15 मिनट बाद तीनों विधायक सदन से बहिर्गमन कर गए जबकि भाजपा के सभी सदस्य ‘रीट की सीबीआई जांच हो’ लिखी तख्तियां थामे अपनी जगह पर खड़े रहे। राज्यपाल ने विरोध कर रहे विधायकों से अपनी सीटों पर बैठने का आग्रह करते हुए कहा कि आप बैठ जांएगे तो अच्छा लगेगा, सदन चलता रहेगा, आप डटकर विरोध करना लेकिन विरोध करते हुए सदस्य अपनी जगह पर पूरे अभिभाषण के दौरान खड़ रहे।
दो विधायकों ने ली शपथ
अभिभाषण के बाद सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए 12 बजकर 48 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी गई। जब सदन की कार्यवाही फिर शुरु हुई और नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्य प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत एवं नगराज मीणा ने विधानसभा सदस्य की शपथ ली। विधानसभा अध्यक्ष डा जोशी ने राज्यपाल से प्राप्त संदेश से सदन को अवगत कराया। बाद में सदन में शोकाभिव्यक्ति हुई जिसमें स्वर कोकिला लता मंगेशकर, पूर्व सीडीएस बिपिन रावत एवं विधानसभा के पूर्व सदस्यों के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अपित की गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही गुरुवार पूर्वाह्न ज्ञारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।