राजस्थान कांग्रेस (Congress) में एक बार फिर सियासी उठापटक देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायक बगावती तेवर दिखा रहे है। वहीं सचिन पायलट को पार्टी हाईकमान का समर्थन प्राप्त है। यह पूरा प्रकरण गहलोत द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद शुरू हुआ। माना जा रहा है कि पार्टी आलाकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला कर चुकी है, पर गहलोत खेमे के विधायक इसके लिए राजी नहीं है।
विधायकों को पायलट स्वीकार नहीं
अशोक गहलोत को पार्टी के 80 से अधिक विधायकों का समर्थन प्राप्त है। ऐसे में वह निर्णायक भूमिका में है। यह पहली बार नहीं है जब गहलोत-पायलट एक दूसरे के खिलाफ है। इससे पहले 2020 में पायलट ने बगावत की थी। हालांकि शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें मना लिया था। गहलोत गुट के विधायक का साफ तौर पर कहना है कि जिन्होंने 2020 में सरकार बचाने का काम किया था, उनमें से किसी को भी बना दे वो स्वीकार है, पर पायलट नहीं। मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के राजस्थान प्रभारी अजय माकन इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट सोनिया गांधी को सोपेंगे।