कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से बीकानेर के सर्किट हाउस में मिलने आई एक महिला पार्षद और मेयर प्रत्याशी अंजना खत्री उनके व्यवहार से नाराज हो गई थी और खूब खरी-खरी सुना दी। जिसको लेकर कांग्रेस आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच बहस छिड़ गई है।
राजस्थान में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने कांग्रेस पार्टी की महिला विरोधी विचारधारा को जगजाहिर बताते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार के नुमाइंदे द्वारा दंभ भरी अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करना निंदनीय है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए यह बात कही। उन्होंने कहा शिक्षा मंत्री के नाते ऐसी भाषा का प्रयोग करना संवैधानिक ढांचे का अपमान करना है।
इनके अलावा केंद्रीय संसदीय राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि झूठ बोलकर एवं जनता को गुमराह करके शासन में आई कांग्रेस सरकार, सत्ता के दंभ में डूबकर जनसेवा से कोसो दूर चल रही है। बीकानेर में मातृशक्ति के साथ ऐसा अपमानजनक व्यवहार निंदनीय है। प्रदेश की जनता कांग्रेस को शीघ, ही जवाब देगी।
राज्य विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि बीकानेर में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री का उनकी ही पार्टी की महिला नेता के साथ दुर्व्यवहार एवं अपमानजनक टिप्पणी करना कांग्रेस की महिला विरोधी सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति का अपमान करना तो कांग्रेस की संस्कृति रही है।
डोटासरा का भाजपा के नेताओं के बयान पर पलटवार
वहीँ डोटासरा ने महिला पार्षद के साथ उनकी कथित टिप्पणी पर भाजपा के नेताओं के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि झूठ, नफ़रत और द्वेष की राजनीति करके जनता को असली मुद्दों से भटकाना भाजपा के खून में है। डोटासरा ने सोशल मीडिया के जरिए यह बात कही। उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां को इंगित करते हुए कहा कि ऐसी ओछी और नफ़रत वाली राजनीति से परहेज करना चाहिए। उन्होंने अपने ट्वीट में पार्षद अंजनी खत्री का वीडियों भी पोस्ट किया जिसमें वह कह रही हैं कि ऐसा कुछ नहीं हुआ हैं और डोटासरा उनके भाई है, उन्होंने मुझे बुलाकर बात की हैं और मेरी बात को सुना हैं।
महिला पार्षद ने कहा कि कुछ लोग उनकी बात को उछाल कर राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश की हैं जो उचित नहीं हैं। इस तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि डोटासरा उनके सम्मानीय नेता हैं और उनका आदर करती हैं, वह जो आदेश देंगे वह उनकी पालना करेंगी।
यह था पूरा मामला
गोविंद सिंह डोटासरा के व्यवहार से व्यथित मेयर प्रत्याशी अंजना खत्री ने सर्किट हाउस में परिसर में शनिवार को खूब खरी-खरी सुना दी। अंजना के अलावा अन्य महिला पार्षदों ने भी दबी जुबान में मंत्री के व्यवहार पर नाराजगी जताई। हंगामा मचते देख मंत्री ने भी बाद में उनकी मान-मनोव्वल कर मामला शांत करने की नाकाम कोशिश की। सर्किट हाउस में पार्षद अंजना खत्री के अलावा शशिकला राठौड़ सुनीता गौड़ सहित कांग्रेस की कई महिला कार्यकर्ता मंत्री डोटासरा के पास फोटो खिंचवाने के लिए खडी हो गई, लेकिन डोटासरा बेरुखी दिखाते हुए उनके बीच से हट गए।
इससे नाराज हुई पार्षद अंजना खत्री ने कहा कि हम कांग्रेसी कार्यकर्ता है। इस पर मंत्री के मुंह से भी निकल गया कि कार्यकर्ता है तो क्या हुआ। मैं जनसुनवाई कर रहा हूं। इस पर खत्री और भड़क गई और मौके पर ही खरी-खरी सुनाने लगी। अंजना खत्री को कांग्रेस नेता राजकुमार किराडू, गुलाम मुस्तफा, अनवर अजमेरी सहित अन्य ने खूब शांत कराने की कोशिश की।
खत्री ने कहा कि वो पचास साल का है, हम सत्तर साल के है। मैं पार्टी की जमीन से जुड़ी कार्यकर्ता हूं। पार्षद से तो हटा नहीं सकते, हटाना चाहते हो तो हटा दो। अंजना ने कहा कि मैंने एक मिनट का समय मांगा था। बदतमीजी नहीं चलेगी। जाओ अपने घर। पब्लिक ने चुनकर भेजा है आपको। ये तरीका थोड़े ही है। बोलने की तमीज ही नहीं है।